प्लॉट बेचने के नाम पर सात लाख रुपए की धोखाधड़ी, 5 पर केस दर्ज

Friday, Mar 20, 2020 - 02:37 PM (IST)

पंचकूला(मुकेश) : पंचकूला के चंडीमंदिर थाना पुलिस कोर्ट के आदेश के बाद मोरनी के थापली में प्लॉट बेचने के नाम पर सात लाख रुपए की ठगी के मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने जीरकपुर स्थित एम.एस. एन्क्लेव के रहने वाले सुरेंद्र आहूजा की शिकायत पर जीरकपुर स्थित आस्था परफैक्ट सोसायटी निवासी प्रमोद बजाज, कविता बजाज, ढकोली की गुरुनानक कालोनी निवासी शुभम कुकरेजा, ममता कुकरेजा और पंचकूला सेक्टर-21 में रहने वाले सुशील उर्फ पिंटा के खिलाफ केस दर्ज किया है।

क्या लिखा है एफ.आई.आर. में :
पुलिस ने दर्ज की गई एफ.आई.आर. में शिकायतकर्ता सुरेंद्र आहुजा ने बताया कि वह जीरकपुर स्थित एम.एस. एन्क्लेव का रहने वाला है। गत जून 2016 में प्रमोद बजाज और सुशील कुमार उर्फ पिंटा ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि मोरनी के थापली में उनका प्लॉट है, जिसे वह बेचना चाहते हैं। शिकायतकत्र्ता के जारी होने के बाद एग्रीमैंट टू सेल तैयार करवाया गया। 

उसी दौरान शिकायतकर्ता ने आर.टी.जी.एस. के जरिए सुशील कुमार के अकाऊंट में 17 जून 2016 को एक लाख 90 हजार रुपए (इलाहाबाद बैंक) ट्रांसफर किए। अगले ही दिन प्रमोद बजाज को दस हजार रुपए नकद दिए। लेकिन शिकायतकर्ता से यह कहा गया कि उनके नाम पर सेल डीड तैयार करने का समय एक साल का होगा और इस दौरान बाकी पेमैंट भी वह किस्तों में दे सकता है।

चंडीगढ़ के सैक्टर-34 थाने में दर्ज किया केस :
शिकायतकर्ता को बाद में पता चला कि 25 अगस्त 2016 को चंडीगढ़ के सैक्टर-34 पुलिस स्टेशन में प्रमोद बजाज और शुभम कुकरेजा व अन्य पर केस दर्ज हो गया है। उसके बाद आरोपी प्रमोद बजाज, उनकी पत्नी व शुभम कुकरेजा ने शिकायतकर्ता सुरेद्र आहुजा से संपर्क किया। जिन्होंने बताया कि केसहो गया तो उस मामले को सैटल करने के लिए उन्हें पैसे चाहिए। जो पैसे वह अब लेंगे उन्हें वह सील डील के बीच में काट सकते हैं। 

शिकायतकर्ता ने डेढ़ लाख रुपए प्रमोद बजाज की पत्नी को दिए, इसके करीब एक महीने बाद प्रमोद की पत्नी को ही एक लाख रुपए दिए। कुछ समय बाद शुभम कुकरेजा शिकायतकर्ता के पास आया तो कहने लगा कि प्लॉट तो उसके नाम पर है, अगर शिकायतकर्ता गीतिका कुकरेजा के अकाऊंट में पेमैंट डाल दे तो वह प्लॉट ट्रांसफर कर देगा। इसके बाद भी पेमैंट दी गई, लेकिन करीब सात लाख रुपए लेने के बावजूद भी आरोपियों ने प्लॉट शिकायतकर्ता के नाम पर न तो ट्रांसफर किया व न ही ही उनके पैसे वापस लौटाए।

Priyanka rana

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