किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कृषि में क्रांति लाई जा सकती है: केन्द्रीय कृषि मंत्री

Tuesday, May 17, 2022 - 08:02 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि हम किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कृषि में क्रांति ला सकते हैं और किसान के जीवन में परिवर्तन किया जा सकता है और भविष्य में एफ.पी.ओ. की बहुत ही बड़ी भूमिका रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि किसान को स्वयं अपनी फसल की मार्कीटिंग, सोरटिंग, ग्रेङ्क्षडग इत्यादि कर अपनी यूनिट को खड़ा करना होगा और आज का किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए एफ.पी.ओ. की ओर देख भी रहा है।

 


वह आज पंचकूला में आयोजित भारत सरकार की 10 हजार एफ.पी.ओ. के सृजन व प्रचार योजना के तहत कलस्टर आधारित व्यावसायिक संगठन (सी.बी.बी.ओ.) और किसान उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ.) के लिए आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन में उपस्थित सीबीबीओ व एफपीओ के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा के कृषि एवं किसान मंत्री जे.पी. दलाल भी उपस्थित रहे।

 


-किसान की आय दोगुना करने में एफ.पी.ओ. की अहम भूमिका:
चौधरी ने कहा कि हमें देश के किसानों की आय बढ़ानी हैं, इसलिए इस बैठक में हमने सी.बी.बी.ओ. व एफ.पी.ओ. के प्रतिनिधियों को आपस में समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच प्रदान किया हैं ताकि किसानों को नई तकनीकों व बाजार से जोड़ कर उनकी आय को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल-प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर व लद्दाख से एफ.पी.ओ. प्रतिनिधि व सी.बी.बी.ओ. प्रतिनिधियों के अलावा कुछ वर्ज्युअल तरीके से भी किसान व प्रतिनिधि जुडे हैं। 

 


इक्विटी ग्रांट लेने के लिए एफ.पी.ओ. में शर्त अनुसार किसानों को जोडऩा होगा 
चौधरी ने कहा इस प्रकार के सम्मेलन आयोजित करके सी.बी.बी.ओ. व एफ.पी.ओ. की तरफ से आने वाले सुझाव के तहत दिशा-निर्देशों में बदलाव करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समलत राज्यों में एक सी.बी.बी.ओ. को 300 किसान सदस्यों के साथ एफ.पी.ओ. का गठन करवाना हैं और पहाड़ी राज्यों में एक सी.बी.बी.ओ. को 100 किसान सदस्यों के साथ एफ.पी.ओ. का गठन करवाना है तभी इक्विटी ग्रांट की राशि इन एफ.पी.ओ. मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि इन सभी एफ.पी.ओ. को व्यवस्थित करने के लिए चुनाव भी आवश्यक हैं और जनरल बॉडी मीटिंग के बाद ही इक्विटी ग्रांट की राशि एफ.पी.ओ. को मिल पाएंगी, इसलिए सी.बी.बी.ओ. को लक्ष्य आधारित काम करते हुए एफ.पी.ओ. बनाने होंगें।

 


-किसानों के उत्थान के लिए एफ.पी.ओ. में किसानों को जोडऩा होगा
केंद्रीय कृषि मंत्री ने सी.बी.बी.ओ. प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि छोटे-छोटे किसानों से अपनी फसल की ग्रेङ्क्षडग, सोरटिंग इत्यादि के कार्य करवाएं और यूनिट लगाने के लिए सी.बी.बी.ओ. प्रोजैक्ट रिपोर्ट भी बनाकर दें और विशेषज्ञों का उपयोग भी करें। उन्होंने कहा कि सी.बी.बी.ओ. को किसानों के उत्थान के लिए एफ.पी.ओ. में किसानों को अधिक से अधिक जोडऩा होगा तभी ज्यादा से ज्यादा से लाभ मिलेगा।

 


केन्द्र सरकार ने 10 हजार एफ.पी.ओ. स्थापित करने का लक्ष्य तय किया: दलाल
इससे पहले, हरियाणा के कृषि एवं किसान मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने 10 हजार एफ.पी.ओ. स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। दलाल ने कहा कि हरियाणा में भी 600 से 700 एफ.पी.ओ. बनाए जा चुके हैं और 4 से 5 जगह पर वे स्वयं एफ.पी.ओ. को देखकर आए हैं। उन्होंने कहा कि यदि एफ.पी.ओ. के माध्यम से किसान जुड़ेंगे तो किसान की दशा व दिशा बदल जाएगी। सामूहिक खेती करने से छोटे किसानों को खेती के लिए खाद व बीज इत्यादि की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है और सामूहिक तौर पर लेने से लगभग 30 प्रतिशत तक बचत भी होती है। इसके अलावा, ऐसे किसानों को अपनी फसल के वैल्यू-एडीशन से भी लाभ मिलता है।
 

Ajay Chandigarh

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