हरियाणा पुलिस ने पलवल में फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग रैकेट का किया पर्दाफाश
punjabkesari.in Thursday, Feb 03, 2022 - 06:23 PM (IST)
चंडीगढ़, (अर्चना सेठी) । हरियाणा पुलिस ने पलवल जिले में फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग वैबसाइट के जरिए लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इस सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 20 लाख 68 हजार की नकदी, 8 कम्प्यूटर, दो लैपटॉप, 16 हैंडसैट फोन, 4 मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं। साइबर जालसाज पीड़ितों के नंबर पर निकले ईनाम के बहाने लोगों को फोन कर लालच देते हुए कहते थे कि यह ईनाम उन्हें साइट से सामान खरीदने पर मिलेगा।
साइबर धोखेबाजी का मामला तब सामने आया जब पलवल निवासी पीड़ित ने साइबर स्कैमर्स के हाथों करीब 25 लाख रुपए गंवाने के बाद पुलिस से संपर्क किया। पीड़ित ने बताया कि मिशोकार्ट डॉट कॉम से ऑनलाइन शॉपिंग करने की एवज में जालसाजों ने उसे लैपटॉप/आईफोन आदि देने के बहाने अलग-अलग खातों में पैसे ले लिए। पीड़ित व्यक्ति, जिसने साइट से आईफोन आदि के लिए ऑनलाइन भुगतान किया था, को उसके द्वारा चुनी गई वस्तुओं को कभी नहीं भेजा गया।
शिकायत मिलने के बाद गठित विशेष पुलिस टीमों ने मामले की गहराई से जांच करते हुए खुफिया तंत्र एवं अन्य सूचनाओं के आधार पर साइबर जालसाजों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए फरीदाबाद से चार आरोपियों को काबू किया। जिनकी पहचान गोविंदपुरी दिल्ली निवासी मनमोहन सिंह उर्फ मन्नू, फरीदाबाद के प्रदीप कुमार, यूपी के देवरिया जिले के सुमित और दिल्ली के जैतपुर निवासी बलराम के रूप में हुई।
फर्जी साइटों से रहें सतर्क: डी.जी.पी.
इस बीच, डी.जी.पी. हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल ने कहा कि ई-कॉमर्स की शुरूआत के साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग की मांग कई गुना बढ़ गई है। एक वास्तविक शॉपिंग वैबसाइट के वेस में इंटरनैट पर कई नकली वैबसाइटें भी मौजूद हैं जो विभिन्न वस्तुओं पर आकर्षक पुरस्कार व ऑफर भी प्रदान करती हैं। इन फर्जी वैबसाइटों के निशाने पर सस्ते दामों पर इलैक्ट्रॉनिक गैजेट्स आदि की खोज करने वाले लोग हुआ करते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को शॉपिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय अत्यधिक सतर्कता व सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी के मामले में फर्जी साइटों के झांसे में न आएं और साइबर फ्रॉड के मामले में 155260 डायल करें। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।