सिक्योरिटी एजैंसी खोलने के नाम पर फंसा पूर्व फौजी, लगा लाखों का चूना

Thursday, Mar 15, 2018 - 07:58 PM (IST)

चंडीगढ़(सुशील): एक रिटायर्ड सूबेदार से मथुरा में सिक्योरिटी एजैंसी खुलवाने के नाम पर सैक्टर-17 स्थित वी.एस.एस. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने नौ महीने के अंदर एक लाख 80 हजार रुपए की ठगी कर ली। रिटायर्ड सूबेदार ने वी.एस.एस. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों से एजैंसी खोलने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने फोन बंद कर दिए। 

 

उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस को दी। सैक्टर-17 थाना पुलिस ने रिटायर्ड सूबेदार सोहन लाल द्वारा दिए गए रुपयों का रिकार्ड चैक करने के बाद कंपनी के कर्मचारी कालका निवासी सुनील और मोहाली के विभाकर देव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 

 

मथुरा निवासी रिटायर्ड सूबेदार सोहन लाल ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि सैक्टर-17 के शोरूम नं.-62, 63 में स्थित वी.एस.एस. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने फौजियों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन निकाला था। विज्ञापन देखकर उन्होंने नौकरी के लिए कंपनी में फोन से संपर्क किया। कंपनी ने उन्हें सैक्टर-17 स्थित अपने ऑफिस में बुलाया। 

 

23 जून 2017 को वह कंपनी के दफ्तर में पहुंच गए। वहां उन्हें सुपरवाइजर की नौकरी देने की बात कही गई। कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि 38 हजार 500 रुपए तनख्वाह मिलेगी। इसके अलावा खाना-पीना फ्री होगा। रजिस्टे्रशन करवाने के लिए महिला कर्मचारी ने 12 हजार 500 रु पए मांगे। उन्होंने ए.टी.एम. से निकालकर दस हजार रुपए कंपनी में तैनात महिला को दे दिए। 

 

आठ दिन बाद दोबारा कंपनी के कर्मचारियों ने रिटायर्ड सूबेदार को फोन कर मथुरा में सिक्योरिटी एजैंसी खोलने की बात कही। कहा गया कि भारत में उनकी कंपनी की 49 एजैंसी हैं। उनकी कंपनी मथुरा में भी एजैंसी खोलना चाहती है। इसके लिए आपको इंचार्ज बनाया जाएगा। सिक्योरिटी एजैंसी खोलने के लिए उन्हें एक लाख 60 हजार रुपए जमा करवाने होंगे। 

 

उन्होंने बीस हजार रुपए कंपनी में तैनात महिला को दे दिए और एक लाख बीस हजार रुपए का चैक दिया। इसके बाद उनकी मुलाकात कैप्टन आर.के. बख्शी से करवाई गई। उन्होंने कहा कि  एजैंसी चलाने पर उन्हें हर महीने 42 हजार 500 रुपए तनख्वाह मिलेगी। इसके अलावा दो साल के भीतर सिक्योरिटी मनी एक लाख 60 हजार रुपए वापस मिल जाएगी। 

 

उन्होंने कहा कि मुंबई हैड ऑफिस से ज्वाइनिंग लैटर आने के बाद कंपनी मथुरा में एजैंसी खोलेगी। उनकी कंपनी ही सिक्योरिटी गार्डों को भर्ती करेगी और कंपनियों में नौकरी देगी। रिटायर्ड सूबेदार ने बताया कि कुछ दिन बाद उनके अकाऊंट से एक लाख बीस हजार रुपए कैश हो गए। जब उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से संपर्क किया तो उनके फोन बंद मिले।

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