हरियाणा में निवेश की अपार संभावनाएं : मनोहर लाल

Wednesday, May 18, 2022 - 08:01 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास को तेजी से बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सकारात्मक बदलाव कर प्रदेश को औद्योगिक विकास के पथ पर आगे बढाने का रोडमैप तैयार किया है। देश की बड़ी इंडस्ट्रीज के साथ-साथ विदेशी कंपनियां भी हरियाणा में निवेश की इच्छुक हैं, वहीं कई कंपनियों ने निवेश संबंधी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन कंपनियां के निवेश से राज्य के विकास के पहिए की रफ्तार बढ़ी है। 
अब मारुति सुजुकी भी राज्य में अपना तीसरा संयंत्र लगा रही है।

 

19 मई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एम.एस.आई.एल.)/सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम आई.एम.टी., खरखौदा में क्रमश: 800 एकड़ और 100 एकड़ भूमि के आबंटन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। यह कदम इंडस्ट्रीयल डिवैल्पमैंट में मील का पत्थर साबित होगा। नए इंडस्ट्रीयल प्लांट्स के बूते हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में कई सैक्टरों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए निवेशक बेझिझक होकर प्रदेश में निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र का हरियाणा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है।

 


युवाओं से कौशल को विकसित करने का किया आह्वान 
मुख्यमंत्री ने युवाओं से इन उद्योगों के लिए अपने कौशल को विकसित करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भी युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मारुति सुजुकी के तीसरे प्लांट के स्थापित होने से राज्य में उद्योगों के नए अध्याय की शुरूआत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही हरियाणा मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरकर देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी पहचान कायम करेगा। प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए हवाई अड्डों, रेल और सड़क नैटवर्क, कंटेनर डिपो, कंटेनर माल स्टेशनों सहित औद्योगिक क्षेत्रों को मजबूत कनैक्टिविटी प्रदान की गई है। इसके चलते हरियाणा में अन्य राज्यों की अपेक्षा मैन्युफैक्चरिंग और व्यापार करना आसान हो जाता है। क्रेन, कार, लिफ्ट, दोपहिया वाहन व फुटवियर उत्पादन में हरियाणा अग्रणी राज्य है। प्रदेश में 28540 एकड़ भूमि पर 36 औद्योगिक मॉडल टाऊनशिप विकसित की गई हैं।

Ajay Chandigarh

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