हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी नहीं बढ़ी फ्लाइट्स, साढ़े चार साल में मिली एक इंटरनैशनल फ्लाइट

Monday, Jan 20, 2020 - 09:45 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ किया था तो शहरवासियों को लगा कि अब विदेश में जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट नहीं जाना पड़ेगा लेकिन साढ़े चार साल बाद भी चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सिर्फ एक ही इंटरनैशनल फ्लाइट ऑपरेट हो सकी। ऐसे में एविएशन मिनिस्ट्री की ओर से सिर्फ पब्लिक के पैसे की बर्बादी की गई।

एयरलाइंस कपंनियां इंटरनैशनल लाइट्स की बजाय डोमैस्टिक फ्लाइट्स पर अधिक जोर दे रही हैं। इनकी संख्या में 7 फ्लाइट्स और बढ़ गई हैं। इंटरनैशनल फ्लाइट्स को लेकर हाईकोर्ट कई बार एयरपोर्ट अथॉरिटी को फटकार भी लगा चुका है लेकिन इसके बाद भी इंटरनैशनल फ्लाइट्स की संख्या में बढ़ौत्तरी नहीं हो सकी। चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट में हरियाणा का 24.5 प्रतिशत, पंजाब का 24.5 प्रतिशत और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का 51 प्रतिशत शेयर है। इसका उद्घाटन 11 सितम्बर, 2015 को किया गया था। 

यू.डी.एफ. में छूट भी नहीं रिझा सकी कंपनियों को :
चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने देर रात नैशनल एंड इंटरनैशनल लाइट्स शुरू करने के लिए विमानन कंपनियों को यूजर डिवैल्पमैंट फीस (यू.डी.एफ.) में छूट देने का ऐलान किया था। 

डॉमेस्टिक फ्लाइट्स (165 नॉटीकल माइल्स तक) तक 100 रुपए प्रति पैसेंजर, डॉमेस्टिक फ्लाइट्स (165 नॉटीकल माइल्स से ज्यादा दूरी पर) तक 150 रुपए प्रति पैसेंजर और इंटरनैशनल फ्लाइट्स पर 300 रुपए प्रति पैसेंजर पर छूट मिलनी थी। यू.डी.एस. में दी गई छूट के बावजूद भी कोई इंटरनैशनल फ्लाइट शुरू नहीं हुई।

कैट-3 नहीं हुआ इंस्टाल :
हाईकोर्ट ने लैंडिंग इक्यूपमैंट सिस्टम कैट-3 लगाने के लिए कई बार फटकार लगाई लेकिन अभी तक इसका निर्माण शुरू नहीं हो सका। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा जाता है कि कैट-3 की चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जरूरत नहीं है लेकिन यह वह सिस्टम है जिसमें जीरो विजिबिलिटी में भी फ्लाइट्स टैक ऑफ और लैंडिंग कर सकती हैं। 

हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी नहीं बढ़ी फ्लाइट्स :
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से इंटरनैशनल फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने के लिए हाईकोर्ट की फटकार भी काम नहीं आई। चंडीगढ़ से सितम्बर 2019 में 44 डॉमैस्टिक फ्लाइट्स आपरेट होती थी लेकिन जेट एयरवेज को घाटा होने के कारण उसकी 12 फ्लाइट्स आपरेट होना बंद हो गई। इसके कारण अब इंटरनैशनल एयरपोर्ट से 32 फ्लाइट्स आपरेट हो रही हैं। वर्ष 2015 में सिर्फ 25 फ्लाइट्स आपरेट होती थी। 

तीन इंटरनैशनल फ्लाइट्स चली, जिसमें से दो बंद :
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से तीन इंटरनैशनल फ्लाइट्स का संचालन शुरू हुआ लेकिन यह तीनों फ्लाइट्स ज्यादा देर तक नहीं चल सकी। एयर इंडिया एयरलाइंस की ओर से बैकांक की फ्लाइट्स को वर्ष 2018 में यह कह कर बंद कर दिया गया कि एयरलाइंस को घाटा हो रहा है। 

इसके बाद कोई दूसरी फ्लाइट्स ऑपरेट नहीं हो सकी। चल सकी। एयरपोर्ट से इन दिनों सिर्फ शारजाह की फ्लाइट एयर इंडिया एक्सप्रैस की ओर से ऑपरेट हो रही है। तीसरी फ्लाइट इंडिगो एयरलाइंस दुबई की चलती है, जो इन दिनों धुंध व कोहरे के कारण हर साल दो माह के लिए बंद कर दी जाती है। अधिकारियों का कहना है कि यह फ्लाइट 16 फरवरी से चलेगी। 

बड़ी आबादी को होगा फायदा :
चंडीगढ़ एयरपोर्ट के दायरे में 50 मिलियन आबादी आती है। इसमें 2.1 मिलियन आबादी चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला की है। 7.8 मिलियन आबादी हिमाचल प्रदेश की, 3.6 मिलियन आबादी उत्तराखंड की, 29 मिलियन आबादी पंजाब की है। इसमें पंजाब के दोआबा इलाके में हर घर से लोग विदेश में रहते हैं। अकेले पंजाब से डेढ़ लाख छात्र हर साल पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं। 

वहीं, 6.2 मिलियन आबादी हरियाणा के कुछ जिलों की और 1.8 मिलियन आबादी जम्मू एंड कश्मीर की है। करीब 250 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों लोग लोकल और अंतराष्ट्रीय फ्लाइट्स के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर ही निर्भर हैं। सभी मानकों को पूरा करने के बावजूद भी चंडीगढ़ एयरपोर्ट से नई इंटरनैशनल फ्लाइट्स शुरू नहीं हो पाना लोगों की समझ से परे है।

Priyanka rana

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