DGP के खिलाफ जालसाजी से मना करने पर संधू परिवार पर हुए केस दर्ज
punjabkesari.in Friday, Mar 30, 2018 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमेश): डबल्यू.डबल्यू.आई.सी.एस. कंपनी के निदेशक कर्नल बी.एस. संधू को पुलिस तलाश रही है। उन्हें हाल ही में नयागांव में हुए कत्ल के मामले में आरोपी बनाया गया है और उन्हें लुकआऊट नोटिस जारी किया जा चुका है। वहीं संधू के वकीलों और कम्पनी के निदेशक राजीव बजाज ने वीरवार को चंडीगढ़ में बड़ा खुलासा किया और कहा कि कर्नल संधू फरार नहीं बल्कि पंजाब पुलिस के आलाधिकारियों से बचने के लिए सुरक्षित स्थान पर हैं।
उन्होंने संधू व उनके बेटे पर दर्ज हुए दोनों मामलों की जांच इंडिपैंडेंट जांच एजैंसी से करवाने की बात कही। बजाज ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संधू व उनके बेटे को झूठे मामलों में फंसाना बड़ी साजिश है क्योंकि उन्होंने पंजाब के डी.जी.पी. के खिलाफ पंजाब पुलिस के ही आलाधिकारियों द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र में शामिल होने से मना किया था।
पंजाब पुलिस के ही एक आलाधिकारी कर्नल संधू के बेटे दविंदर संधू व कुलजीत कौर नामक महिला पर दबाव बना रहे थे कि वह डी.जी.पी चट्टोपाध्याय के खिलाफ महिला को प्रताडि़त करने की गवाही दें, जिसके लिए दोनों को टॉर्चर भी किया गया पर दोनों ने ऐसा
नहीं किया।
दविंदर संधू को बनाया था आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी
82 वर्षीय चरणजीत सिंह चड्ढ़ा पर महिला के साथ अनैतिक संबंध बनाने का वीडियो वायरल होने के बाद उनके बेटे इंदरप्रीत सिंह चड्ढा ने सुसाइड कर लिया था।
दविंदर संधू को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया जबकि उनका इंदरप्रीत से कोई संबंध नहीं था। जो सुसाइड नोट आत्महत्या से पहले इंदरप्रीत ने लिखा था उसमे दविंदर संधू का जिक्र नहीं था।
जिनका नाम सुसाइड नोट में था उन्हें गिरफ्तार ही नहीं किया गया। 2016 में इंदरप्रीत ने एक डायरी में दविंदर संधू जिक्र करते हुए लिखा था कि अगर मैं मरूं तो उसका जिम्मेदार दविंदर संधू होगा।
पंजाब पुलिस के आई.जी. स्तर के अधिकारी ने संधू को डी.जी.पी. चट्टोपाध्याय के खिलाफ महिला कर्मी के उत्पीडऩ की शिकायत देने को कहा था, जिससे उन्होंने मना कर दिया। डी.जी.पी को फंसाने का मकसद ड्रग तस्कर भोला मामले की जांच रिपोर्ट को भटकाना था।