विदेश जाने की चाहत में लोग हो रहे ठगी का शिकार

Sunday, Jun 17, 2018 - 12:16 PM (IST)

मोहाली(कुलदीप) : पंजाब से विदेश जाने की चाहत में लोग कथित ट्रैवल एजैंटों/इमीग्रेशन कंपनियों की ठगी का शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है। इसके बावजूद इन ठग ट्रैवल एजैंटों खिलाफ पुलिस के पास एफ.आई. दर्ज करवाने की राह आसान नहीं है। पहले पुलिस स्टेशन तक ट्रैवल एजैंट के खिलाफ एप्लीकेशन पहुंचाना ही मुश्किल काम होता है। 

अगर थाने के कई चक्कर काटने पर शिकायतकर्ता से एप्लीकेशन ले भी ली जाती है तो फिर जांच के नाम पर केस को काफी लंबे समय लटका दिया जाता है। ऐसे केस नाममात्र हैं, जिनमें पुलिस ने तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज कर ली हो, लेकिन सैकड़ों केस ऐसे हैं, जिनमें पुलिस ने एक साल से लेकर ढाई साल के करीब समय में के एफ.आई.आर. दर्ज की। 

ऐसे ठग एजैंट दो ढाई साल तक लोगों को लूटते रहते हैं, जब केस दर्ज होने शुरू होते हैं, तब तक ये आफिस छोड़ कर फरार हो जाते हैं। पीड़ित लोगों ने पंजाब अधिकारियों से मांग है कि ऐसे एजैंटों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करके गिरफ्तारी के आदेश दिए जाएं।

रसूख हो तो एक घंटे में हो जाती है एफ.आई.आर. :
अगर ठगी का शिकार व्यक्ति कोई रसूखदार हो तो पुलिस एक घंटे में एफ.आई.आर. दर्ज कर लेती है। गत 7 मई को थाना फेज-1 पुलिस ने गांव शाहीमाजरा में लोगों को नौकरियां दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो लोगों लखविन्द्र तथा वरिन्द्र निवासी गांव मुल्लांपुर सोढिय़ां खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 420 तहत केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया था। 

ये दोनों लोगों को सिर्फ तीन हजार लेने बदले उसी दिन तुरंत एफ.आई.आर. भी दर्ज कर ली गई थी और उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया था। यह कार्रवाई पुलिस ने तुरंत इसलिए कर दी थी। क्योंकि उस दिन पुलिस को यह केस रसूख के चलते दर्ज करना पड़ गया। रसूख था लोक इंसाफ पार्टी के विधायक का।

लंबे समय तक नहीं आती डी.ए. लीगल की रिपोर्ट :
पुलिस स्टेशन में ठगी करने वाले ट्रैवल एजेंट खिलाफ शिकायत जाने के बाद वह शिकायत पुलिस द्वारा डी.ए. लीगल को कानूनी राय लेने के लिए भेज दी जाती है। डी.ए. और डी.डी.ए. लीगल की राय आने में ही काफी लंबा समय लग जाता है। पुलिस द्वारा ट्रैवल एजेंटों द्वारा की जा रही ठगी संबंधी की जा रही इस ढील का फायदा एजेंट ले जा रहे हैं। 

Punjab Kesari

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