फिनटेक एपीआई के माध्यम से व्यवसायों के लिए डिजिटल बैंकिंग और भुगतान को सशक्त बनाते हैं: एस आनंद

Saturday, Jun 03, 2023 - 08:37 PM (IST)

पेस्प्रिंट अगली पीढ़ी की एपीआई बैंकिंग फिनटेक कंपनी है जो डेवलपरों को हमारे एपीआई का लाभ उठाकर उपयोग-मामलों की विशाल संख्या खड़ी करने की क्षमता प्रदान करती है और इस समाधानों को उद्यमियों, स्टार्टअप्स, बैंकिंग सहयोगियों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी), एमएसएमई और उपक्रमों द्वारा तैनात किया जाता है। इसके अलावा, सभी एपीआई को एक साथ एकल, व्यापक डैशबोर्ड पर निर्बाध रूप से लाने के लिए हमने एक यूनिफाइड ओपन एपीआई प्लैटफॉर्म तैयार किया है। हालाँकि हम खुद एक निओबैंक नहीं है, लेकिन अपने उत्पादों का प्रयोग करके हम निओबैंकों को शॉप स्थापित करने में मदद कर सकते हैं।  ये बात यहां बातचीत के दौरान  एस आनंद, पेस्प्रिंट के संस्थापक और सीईओ, ने कही। इस दौरान उन्होंने पेस्प्रिंट के प्रस्ताव क्या-क्या हैं, इस बारे में भी बताया।  आइये जानते हैं उनसे इसके बारे में। 

पेस्प्रिंट आपकी समस्त वित्तीय और सत्यापन एपीआई आवश्यकताओं के लिए एकल समाधान (वन-स्टॉप-सॉल्युशन) है। वर्तमान में हम विश्व के सबसे बड़े वित्तीय और सत्यापन एपीआई स्टैक में से एक का निर्माण कर रहे हैं। हमारी नवीनतम पेशकश स्प्रिंटवेरीफाई नामक एक सम्पूर्ण सत्यापन एपीआई स्टैक है जिसे सत्यापन और शामिल करने (ऑनबोर्डिंग) की प्रचलित कठिन प्रक्रिया को काफी आसान बनाने के लिए तैयार किया गया है।
हमारे पास बैंकिंग, सत्यापन, बीमा, ऋण, निवेश और पर्यटन जैसे अनेक वर्गों में 80 से अधिक एपीआई की उत्पाद सूची उपलब्ध है। हमारा एकीकृत ओपन एपीआई प्लैटफॉर्म एक ही सॉफ्टवेर श्रेणी में निर्बाध रूप से अनेक एपीआई का समूह बनाता है और विभिन्न सिस्टम्स को एक साथ जोड़ कर उसके लिए एक एकीकरण बिंदु का कार्य करता है। यह प्लैटफॉर्म अनेक एपीआई को एकीकृत करने के समय और श्रम लगाने वाले कार्य को सरल बनाता है और अधिकतम कार्य निष्पादन तथा ग्राहक संतुष्टि सुनिश्चित करने की अद्भुत आसानी प्रदान करता है। 


* क्या आप मानते हैं कि बुनियादी वित्तीय प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण के फलस्वरूप बेहतर व्यक्तिगत वित्तीय फैसले हो पायेंगे?

 समय आने पर यह व्यक्तिगत वित्तीय फैसलों में भारी सुधार करेगा। अभी, डिजिटलीकरण का विकास डिजिटल और वित्तीय साक्षरता में वृद्धि के अनुपात में नहीं है। वर्तमान और भावी उपभोक्ताओं के प्रभावकारी वित्तीय शिक्षा तक पहुँच के लिए निरंतर प्रयास से ठोस व्यक्तिगत वित्तीय फैसलों का लक्ष्य प्राप्त होगा। नीति निर्माताओं और विनियामकों को अधिकतम प्रभावकारिता के लिए उपर्युक्त उपक्रम को सुनिश्चित करने की दिशा में अवश्य कार्य करना चाहिए। अर्थात, सुव्यवस्थित और प्रासंगिक सूचना, जिसका नियमित रूप से मूल्यांकन किया जा रहा हो, सभी आवश्यक चैनलों के द्वारा जन-साधारण तक पहुँचनी चाहिए।
यह अनिवार्य है कि वित्तीय समावेशन पहल को मजबूत बनाने के लिए डिजिटल वित्तीय सेवाओं के परितंत्र में ठोस भरोसा का निर्माण किया जाए।


 * पेस्प्रिंट एपीआई पार्टनर बनने की क्या प्रक्रिया है, कृपया इसके बारे में समझायें। इसमें कितना समय लगता है और किन दस्तावेजों की ज़रुरत होती है?

 पेस्प्रिंट शामिल करने (ऑनबोर्डिंग) की प्रक्रिया में जीरो मानव हस्तक्षेप में यकीन करता है। इस उद्देश्य को लागू करने के लिए हमने एआई संचालित ऑनलाइन सेल्फ-ऑनबोर्डिंग पोर्टल तैयार किया है जो नए पार्टनर्स के लिए प्रक्रिया को स्वचालित बनाता है। यह पोर्टल नए पार्टनर का सम्पूर्ण और विस्तृत सत्यापन और उसके बाद 10 मिनट के भीतर शामिल करने के लिए डिजाईन किया गया है, बशर्ते की नए पार्टनर के पास आवश्यक दस्तावेज तैयार हों।
यह प्रक्रिया पार्टनरों के ईमेल ऐड्रेस और मोबाइल नंबर का प्रयोग करके आसान साइन-अप के साथ आरम्भ होती है।
अब कंपनी के प्रकार के आधार पर आवश्यक प्रलेखन (डॉक्यूमेंटेशन) में अंतर होता है और उनकी सूची इस प्रकार है : 

एकल स्वामित्व वाली कंपनियों के लिए दस्तावेजों की सूची 

1.    स्व-सत्यापित पैन कार्ड 
2.    स्व-सत्यापित आधार कार्ड 
3.    दूकान का स्व-सत्यापित बिजली बिल/किराया का एकरारनामा + बिजली बिल 
4.    रद्द किया हुआ स्व-सत्यापित चेक 
5.    बैंक स्टेटमेंट, पूरा विवरण के साथ (नाम, खाता संख्या, पता, अधिशेष राशि)
6.    ऑफिस/दुकान के साथ व्यक्ति/मालिक की विडियो फुटेज 
7.    स्व-सत्यापित एमएसएमई/उद्यम आधार / स्व-सत्यापित जीएसटी प्रमाण-पत्र 

साझेदारी/एलएलपी कंपनियों के लिए दस्तावेज की सूची : 


1.    न्यूनतम 2 साझेदार/निदेशक का केवाईसी (पैन और आधार कार्ड)
2.    प्राधिकृत हस्ताक्षरी द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा साझेदारी विलेख (पार्टनरशिप डीड)
3.    एलएलपी लिमिटेड के लिए विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा निगमीकरण का प्रमाण-पत्र अनिवार्य 
4.    बोर्ड का प्रस्ताव / प्राधिकृत हस्ताक्षरी का पत्र आवश्यक 
5.    कंपनी का रद्द किया हुआ चेक या बैंक स्टेटमेंट (इसमें आईएफएससी कोड और खाताधारक का नाम लिखा होना चाहिए, ताजा लेन-देन और पता) 
6.    प्राधिकृत हस्ताक्षरी द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर के साथ कंपनी का पैन कार्ड 
7.    विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा जीएसटी प्रमाण-पत्र 


प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए दस्तावेज की सूची : 
1.    न्यूनतम 2 निदेशकों का केवाईसी (पैन और आधार कार्ड)
2.    प्राइवेट लिमिटेड के लिए विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा निगमीकरण का प्रमाण-पत्र 
3.    बोर्ड का प्रस्ताव आवश्यक
4.    रद्द किया हुआ चेक 
5.    कंपनी का बैंक स्टेटमेंट (जिसमें आईएफएससी कोड और खाताधारक का नाम, ताजा लेन-देन और पता लिखा होना चाहिए)
6.    प्राधिकृत हस्ताक्षरी द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा कंपनी का पैन कार्ड 
7.    विधिवत हस्ताक्षरित और मुहर लगा जीएसटी प्रमाण-पत्र 

इसके बाद अपलोड किये गए दस्तावेजों को ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन (ओसीआर) के माध्यम से जारी करने वाले सम्बंधित सरकारी प्राधिकारियों से प्रमाणित कराया जाता है। यह सत्यापन का सबसे तेज और सटीक तरीका है। अगर दस्तावेजों में कोई विसंगति पाई जाती है, तब साझीदार को स्वीकृति के लिए दस्तावेज दोबारा जमा करने का सन्देश जाता है। एक बार सभी दस्तावेजों के स्वीकृत हो जाने पर साझीदार एक अनुबंध हस्ताक्षरित करता है और लाइव हो जाता है।


* पेस्प्रिंट की यूएसपी क्या है? कुछ विशिष्ट खूबियों के बारे में बताएं जो संभावित साझीदार के लिए सबसे अलग हो।

 पेस्प्रिंट अपने उपयोग के पूरे जीवनकाल में अपने प्रतिस्पर्धियों के उत्पादों पर महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करता है। प्राथमिक फायदा है हमारे यूनिफाइड ओपन एपीआई प्लैटफॉर्म का होना, जो ढेरों लाभ में वृद्धि करता है, जैसे कि :
हम एक व्यापक विश्लेष्णात्मक एडमिन डैशबोर्ड प्रदान करते हैं, जो साझीदारों को उनके कारोबार को ट्रैक करने में मदद करता है और उनके सभी परिचालन गतिविधि पर नजर रखता है।
शामिल करने (ऑनबोर्डिंग) और एकीकरण की आसानी :
हम निर्बाध कार्यों के लिए एकीकृत करने में आसान एपीआई मुहैया करने के लिए अनेक बैंकों और फिनटेक कंपनियों से सहयोग करते हैं। यह साझीदार की पूरी केवाईसी और व्यवसाय पहचान प्रणाली सत्यापन के माध्यम से प्लैटफॉर्म पर साझेदारों का आसानी से शामिल होने की प्रक्रिया को सरल बनाता है। हम एकीकरण को पूरा करने और यथाशीघ्र लाइव होकर तेजी से शामिल करने में यकीन करते हैं।
एक डैशबोर्ड पर अनेक सेवाएँ:
हम एक एकल प्लैटफॉर्म पर सभी डिजिटल बैंकिंग समाधान उपलब्ध कराते हैं, जो हमारे साझीदारों को अपनी गतिविधियों को ज्यादा प्रभावकारी ढंग से सँभालने में मदद करते हैं।

अपनी मनपसंद बैंक सेवा चुनें :

चूँकि हमारे प्रतिस्पर्धियों के पास बाज़ार में सीमित बैंकिंग विकल्प हैं, इसलिए ग्राहक अपने मनपसंद बैंक का चुनाव नहीं कर पाते हैं। वहीं, पेस्प्रिंट अपने साझीदारों को बैंक के विकल्पों की व्यापक विविधता प्रदान करता है और इस प्रकार वे अपना पसंदीदा बैंक चुन पाते हैं।
सभी सेवाओं के लिए एक समूहक के रूप में कार्य :
बाज़ार में हमारे प्रतिस्पर्धियों के पास एकल सेवा के लिए विभिन्न परिचालनकर्ता उपलब्ध नहीं हैं। जबकि, हमारे पास बड़ी संख्या में परिचालनकर्ता हैं जिन्हें हम अपनी किसी भी सेवाओं के लिए एकत्रित कर सकते हैं। अगर किसी परिचालनकर्ता के कारण कोई प्रक्रिया नाकाम होती है, तो ग्राहक दूसरे संचालक के माध्यम से प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं।


* भारत में पेस्प्रिंट वित्तीय समावेशन के उद्देश्य को किस प्रकार आगे बढ़ा रहा है?

 अधिकारियों ने अब समझ लिया है कि सच्चा वित्तीय समावेशन हासिल करने की दिशा में प्रेरित अपने चैनल से बाहर बैंकिंग समाधान प्रदान करने के लिए एपीआई के माध्यम से फिनटेक के साथ मजबूत साझीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पेस्प्रिंट के नवाचार समग्र रूप से डिजिटल बैंकिंग को बड़े पैमाने पर सरल बनायेंगे। बैंकिंग में एपीआई के आगमन से वित्तीय परिचालन करने के तौर-तरीकों में अमूल-चूल बदलाव हो गया है। एपीआई-संचालित बैंकिंग में अवस्थांतर की अन्तर्निहित ज़रुरत इन सेवाओं को ज्यादा सुलभ बनाने के लिए देश के दूर-दराज के इलाकों में पहुँचने की है। एपीआई बैंकिंग ही नवाचार में तेजी और लागत में कमी का साधन है जिससे कि अंडरबैंक्ड और अनबैंक्ड को सेवा प्रदान करना काफी किफायती बनाया जा सकता है। इससे उनकी ज़रूरतों के लिए बेहतर उपयुक्त उत्पादों और सेवाओं का जन्म होता है, ग्राहक अनुभव बेहतर बनता है और ग्राहक की लिक्विडिटी निर्णय-निर्धारण में सुधार होता है।
टियर-2 और टियर-3 शहरों में परम्परागत बैंकिंग की दिशा में भौतिक, सामाजिक बाध्यताओं के साथ रहने वाले लोगों के लिए पेस्प्रिंट की सेवाएं एक सुविधाजनक विकल्प मुहैया करती हैं। हम पूरे देश में मौजूद और लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध अपने साझीदारों के रिटेलरों के माध्यम से उन्हें खाता खोलने, नकद जमा करने और निकालने, राशि स्थानांतर करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य करने में समर्थ बनाते हैं। इससे उनका वित्तीय जीवन काफी आसान बनता है और बदले में वे समग्र रूप से बेहतर जीवन अनुभव प्राप्त करते हैं।
हम बैंकिंग परितंत्र के साथ मजबूत साझेदारियों का पोषण कर रहे हैं और परम्परागत लेन-देन के अनुभवों को चुनौती दे रहे हैं। यह भारत के लेन-देन करने के तरीके को बदलने और भारत में पूर्ण वित्तीय समावेशन की दिशा में छलांग लगाते हुए ज्यादा उपभोक्ता को शामिल करने का हमारा प्रयास है।

 

Ajay Chandigarh

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