क्राइम ब्रांच और सैक्टर-26 थाना पुलिस जवानों के बीच जमकर मारपीट, इंस्पैक्टर की नाक टूटी, एस.आई. के हाथ में फ्रैक्चर

Saturday, Oct 24, 2020 - 10:35 PM (IST)

चंडीगढ़, (सुशील राज): हथियारों से लैस बदमाशों को पकडऩे पर एस.एस.पी. व एस.पी. के सामने क्रेडिट लेने के चक्कर में क्राइम ब्रांच और सैक्टर-26 थाना पुलिस टीम में जमकर मारपीट हो गई। कई जवानों को फ्रैक्चर आया और लहुलुहान हो गए। मारपीट की घटना सैक्टर-7 के डिस्को के बाहर हुई। सूत्रों से पता चला है कि मारपीट में क्राइम ब्रांच के इंस्पैक्टर सतविंदर की नाक में और सैक्टर-26 थाने में तैनात सब इंस्पैक्टर नवीन के हाथ में फ्रैक्चर आया है। इसके अलावा दोनों तरफ के कई जवान लहूलुहान हो गए। पुलिस ने दोनों टीमों के सदस्यों का मनीमाजरा सिविल अस्पताल में चैकअप करवाया लेकिन जिन दो बदमाशों को पकडऩे को लेकर मारपीट हुई थी, उनके पास कुछ नहीं मिला और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। सीनियर अफसरों के दखल से क्राम ब्रांच और सैक्टर-26 थाना पुलिस के घायल जवानों के बीच समझौता करवाया गया। इसके बाद मामले की गोलमोल डी.डी.आर. दर्ज की गई।

 


डिस्को में हथियारों से लैस बदमाशों के आने की मिली थी सूचना
मामला शुक्रवार रात का है। सैक्टर-26 थाने में तैनात सब इंस्पैक्टर नवीन को सूचना मिली थी कि दो बदमाश हथियार लेकर सैक्टर-7 के डिस्को में आ रहे हैं। दोनों युवक डिस्को के बाहर पहुंच गए। सब इंस्पैक्टर नवीन ने पुलिस टीम के साथ दोनों युवक को पकड़ लिया। इतने में क्राइम ब्रांच के इंस्पैक्टर सतविंदर अपनी टीम के साथ वहां पहुंचकर दोनों युवकों को हिरासत में लेने की बात कहने लगे। उन्होंने कहा कि दोनों बदमाशों की सूचना पहले उनके पास आई थी लेकिन एस.आई. नवीन ने कहा कि बदमाशों के आने की सूचना पहले उनके पास थी। इसी बात को लेकर इंस्पैक्टर सतविंदर और एस.आई. नवीन के बीच बहस हो गई और थोड़ी देर बाद दोनों टीमों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया। हमले में इंस्पैक्टर सतविंदर सिंह की नाक टूट गई और एस.आई. नवीन के हाथ में फ्रैक्चर आया। मुलाजिम रमेश सहित दूसरे मुलाजिमों को भी चोटें आईं। सीनियर अफसरों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो घायल इंस्पैक्टर और एस.आई. समेत पुलिस जवानों को हॉस्पिटल ले जाया गया। 
पुलिस वैरीफिकेशन के बाद छोड़ दिया दोनों को 
मजेदार बात ये है कि जिन दो युवकों के लिए पुलिस टीमों में खून-खराबा हुआ, उनके पास न तो हथियार मिले और न ही उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस निकला। पुलिस वैरीफिकेशन के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। इसके बाद दोनों टीमों के सदस्यों को पुलिस स्टेशन बुलाकर उनमें समझौता करवाया गया।

थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच अलग-अलग एस.पी. के अंडर
चंडीगढ़ में क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस का चार्ज अलग-अलग अफसरों के पास है। ला एंड ऑर्डर सैक्टर-26 थाना पुलिस का चार्ज एस.एस.पी. कुलदीप सिंह चहल, एस.पी. सिटी विनीत कुमार के पास और क्राइम ब्रांच का चार्ज एस.पी. मनोज कुमार मीणा के पास है। इसी के चलते शहर में होने वाले हिनियस क्राइम केसों को सीनियर अफसर क्राइम ब्रांच के पास ट्रांसफर नहीं करते हैं क्योंकि अगर केस क्राइम ब्रांच के पास चला गया तो थाना पुलिस की बेइज्जती होती है।

गोलमोल डी.डी.आर. दर्ज की 
क्राइम ब्रांच और सैक्टर-26 थाना पुलिस जवानों के बीच हुई मारपीट में पुलिस ने गोलमोल डी.डी.आर. दर्ज की है। सूत्रों से पता चला कि डी.डी.आर. में कहा गया कि सैक्टर-26 थाना पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ लिया था लेकिन इतने से कुछ लोग आकर बदमाशों को अपने साथ लेकर जाने लगे। इस दौरान पुलिस वालों से छुड़वाने वालों की बीच हाथापाई हो गई। सैक्टर-26 थाना टीम ने तर्क दिया कि वे क्राइम ब्रांच की टीम के सदस्यों को पहचानते नहीं थे। 

कॉआर्डीनेशन की साफ कमी दिखी
क्राइम ब्रांच और सैक्टर-26 थाना पुलिस के बीच हुई मारपीट की घटना में कॉआर्डीनेशन की साफ कमी दिखी। इससे सवाल खड़ा हो गया है कि जब चंडीगढ़ पुलिस के जवानों के बीच तालमेल नहीं है तो ट्राईसिटी पुलिस में तालमेल कैसे होगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ट्राईसिटी पुलिस में बेहतर कॉर्डीनेशन को लेकर डी.जी.पी. संजय बेनीवाल के नेतृत्व में ट्राईसिटी पुलिस अफसरों के बीच बैठक हुई थी। 

AJIT DHANKHAR

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