सैक्टर-48 का नया अस्पताल GMCH-32 के एक्सटैंशन हॉस्पिटल के तौर पर होगा इस्तेमाल

punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2020 - 12:48 PM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : करोड़ों रुपए की लागत से बने सैक्टर-48 के अस्पताल को अब महज सैक्टर-32 के गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एवं अस्पताल के एक्सटैंशन हॉस्पिटल के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाएगा। इससे प्रशासन की शहर के दक्षिणी सैक्टरों को एक बेहतरीन अस्पताल देने की योजना पर पूरी तरह से विराम लग गया है। प्रशासन ने अब इसे नए अस्पताल का तमगा देने की कवायद भी पूरी तरह से बंद कर दी है। 

प्रशासन ने सैक्टर-48 के इस अस्पताल पर कई करोड़ खर्च कर इस उम्मीद में बिल्डिंग तैयार कराई थी कि इससे जहां दक्षिणी सैक्टरों और पंजाब की ओर से आने वाले मरीजों को फायदा मिलेगा। वहीं शहर के मुख्य अस्पतालों पर भी बोझ घटेगा।

प्रशासन ने इस अस्पताल की बिल्डिंग तैयार होने से कुछ देर पहले ही केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के पास 80 से ज्यादा डॉक्टरों, पैरामैडीकल और अन्य जनरल स्टाफ की भर्ती का प्रोपोजल भेजा था। इस पर प्रशासन की ओर से कई पत्र भी रिमाइंडर के तौर पर भेजे गए थे लेकिन नई भर्ती के प्रस्ताव पर केंद्र ने कोई गौर नहीं किया। अब प्रशासन ने डॉक्टरों की भर्ती की पूरी तरह से उम्मीद भी छोड़ दी है। 

जी.एम.सी.एच.-32 के चार विभागों को शिफ्ट किया :
स्वास्थ्य सचिव और प्रिंसीपल होम सैक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि डॉक्टरों की 82 पोस्टें भरने को लेकर केंद्र से स्वीकृति के लिए जो प्रोपोजल भेजा गया था, उसे मंजूरी नहीं मिली है। फिलहाल मंजूरी मिलने की उम्मीद भी नहीं दिख रही। उनके मुताबिक उनके आने से पहले इस अस्पताल के निर्माण का खाका तैयार हुआ था लेकिन एक नया अस्पताल शुरू करने की कोई जरूरत ही नहीं थी। 

शहर में पहले ही कई सरकारी अस्पताल हैं जो लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। जी.एम.सी.एच. 32 के चार विभागों को सैक्टर-48 हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। जी.एम.सी.एच. 32 में मदर एंड चाइल्ड केयर जैसे नए सैंटर शुरू करने का प्रस्ताव है। इन्हें इस नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

कुछ और स्पैशियलिटी हो सकती हैं जी.एम.सी.एच.-32 में शुरू :
स्पैशियलिटी और सुपर स्पैशियलिटी शुरू करने के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि जी.एम.सी.एच. 32 में कुछ स्पैशियलिटी पहले ही शुरू की जा चुकी हैं। कुछ शुरू करने पर काम जारी है। उम्मीद है कि नई बिल्डिंग मिलने पर कुछ सुपर स्पैशियलिटी भी अस्पताल में शुरू हो जाएं। पी.जी.आई. के साथ भी कॉ-आर्डीनेट कर स्ट्रोक के पेशैंट का प्रशासन के अस्पतालों में इलाज करने पर काम चल रहा है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Priyanka rana

Recommended News

Related News