मुख्यमंत्री ने ड्यूटी पर हादसे में मारे जाने वाले सैनिकों के परिवारों के लिए एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने की घोषणा की

punjabkesari.in Wednesday, Jul 26, 2023 - 09:34 PM (IST)

चंडीगढ़,(अश्वनी): देश के बहादुर सैनिकों के सम्मान में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज घोषणा की कि ड्यूटी के दौरान किसी हादसे में सैनिक की मौत हो जाने पर उनके परिवार के लिए एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने ड्यूटी के दौरान दिव्यांग होने पर सैनिकों के लिए वित्तीय सहायता दोगुनी करने के साथ पहले तथा दूसरे विश्व युद्ध के नॉन-पैंशनर पूर्व सैनिकों की वित्तीय सहायता में भी बढ़ोतरी का ऐलान किया। 

 

 


आज यहां ‘पंजाब स्टेट वॅार हीरोज मैमोरियल एंड म्यूजियम’ में कारगिल विजय दिवस के मौके पर करवाए गए समागम में मुख्यमंत्री ने राज्य का नेतृत्व करते हुए देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए बलिदान देने वाले कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों के बेमिसाल योगदान के सम्मान में राज्य सरकार ने अब रक्षा सेना में ड्यूटी के दौरान सैनिक की किसी हादसे में (युद्ध ऑप्रेशन के अतिरिक्त) मौत हो जाने पर परिवार के लिए 25 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने का फैसला किया है। इससे पहले ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी परंतु उनकी सरकार ने यह प्रयास किया है, क्योंकि यह बहादुर सैनिक भी ड्यूटी के दौरान अपने जीवन का बलिदान देते हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ने ड्यूटी के दौरान दिव्यांग होने वाले सैनिकों के लिए भी एक्स-ग्रेशिया राशि में बढ़ोतरी की है। 

 

 

 

मुख्यमंत्री ने बताया कि 76 प्रतिशत से 100 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को अब 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 40 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया मिलेगी, 51 प्रतिशत से 75 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को 10 लाख रुपए की बजाय 20 लाख रुपए और 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को 5 लाख रुपए की बजाय 10 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया राशि मिलेगी। उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे विश्व युद्ध के नॉन-पैंशनर पूर्व सैनिकों और उनकी विधवा के लिए महीनावार वित्तीय सहायता 6000 रुपए से बढ़ाकर 10000 रुपए कर दी है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार इन बहादुर सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है, जिन्होंने देश की सेवा की। 

 

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक भावुकता वाला समागम है और पूरा देश इन शूरवीरों के महान बलिदान पर गौरव महसूस करता है। देश की सीमाओं की रक्षा को यकीनी बनाने के लिए सैनिक मौसम की खराबी के बावजूद अपनी ड्यूटी निभाते हंै। देश निवासी इन राष्ट्रीय नायकों की बहादुरी और देश के प्रति नि:स्वार्थ सेवा के लिए सदा ऋणी रहेंगे।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने देश की खातिर इन नायकों द्वारा दिए महान बलिदान के सम्मान के तौर पर शहीदों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपए देने का फैसला किया है। राज्य सरकार का यह प्रयास देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को बरकरार रखने के लिए इन सपूतों के कीमती योगदान के सम्मान में किया गया है। 

 

 

 


मुख्यमंत्री ने याद करते हुए कहा कि कारगिल जंग के दौरान वह एक कलाकार थे और इन राष्ट्रीय नायकों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए पटियाला में एक चैरिटी शो भी करवाया था, जिसमें कई अन्य कलाकारों ने भी हिस्सा लिया था। सेना के बहादुरीभरे कारनामों के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुए इस शो से इकट्ठा हुआ सारा पैसा सेना के अधिकारियों को सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि यह बात रिकॉर्ड पर है कि जिन महान देशभक्तों ने अपनी जानें कुर्बान कीं या किसी न किसी रूप में अंग्रेजों के जुल्म का शिकार हुए, उनमें 90 प्रतिशत से अधिक पंजाबी थे। आज भी देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पंजाबी सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी भारत को अंदरूनी या बाहरी हमलों की चुनौती का सामना करना पड़ा तो पंजाबियों ने देश का नेतृत्व किया। 

 

 

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर जवान ज्योति तेल से नहीं, बल्कि शहीदों के खून से जलती है। सैनिकों की शहादत सदियों तक हमारी नौजवान पीढ़ी को नि:स्वार्थ बलिदान के लिए प्रेरित करती है। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने सभी का स्वागत किया और कारगिल के नायकों को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मातृभूमि की रक्षा की खातिर कुर्बान हुए महान शहीदों के पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और हरभजन सिंह ई.टी.ओ. भी उपस्थित थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Sub Editor

Ajay Chandigarh

Related News