भर्ती की मांग को लेकर भटक रहे हैं भावी अध्यापक, सरकार नहीं कर रही सुनवाई: हुड्डा

Thursday, Aug 11, 2022 - 07:49 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में अध्यापकों के 38,000 पद खाली पड़े हैं। टीचर्स की मांग को लेकर छोटे-छोटे बच्चों को भूख हड़ताल करनी पड़ रही है। एचटेट पास भावी अध्यापक भर्ती की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे हैं लेकिन सरकार न भावी अध्यापकों की बात सुनने के लिए तैयार है और न ही भर्ती करने के लिए। हुड्डा आज चंडीगढ़ स्थित आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, अग्निपथ, भ्रष्टाचार, शामलात की जमीन, जलभराव, खस्ताहाल सड़कों, समेत कई मुद्दों पर बात की। स्वास्थ्य महकमे में 10,000 पद खाली पड़े हुए हैं लेकिन सरकार युवाओं को रोजगार नहीं देना चाहती इसलिए सी.एम.आई.ई. के मुताबिक आज प्रदेश 26.9 प्रतिशत बेरोजगारी का सामना कर रहा है। नीति आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भी हरियाणा की बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से 37 प्रतिशत ज्यादा है।

 


हुड्डा ने सभी को रक्षाबंधन की बधाई दी और स्वतंत्रता दिवस के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर चलाए जा रहे तिरंगा अभियान को लेकर कहा कि सभी को तिरंगा फहराना चाहिए क्योंकि यह हमारी आन, बान और शान है। लेकिन डिपो होल्डर के जरिए गरीबों को जबरदस्ती 20-20 रुपए में झंडे बेचना सरासर ङ्क्षनदनीय है। उन्होंने एक शेर के जरिए कहा-‘तरस आता है मेरे हाकिम की फकीरी पर, जो गरीबों से इनकी पसीने की कमाई मांगे।’
 

गठबंधन के विधायकों ने ही सरकार के विकास की पोल खोली 
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विपक्ष ने विधानसभा के मानसून सत्र में जनहित के कई मुद्दों को उठाया। यहां तक कि खुद सत्ताधारी पार्टी भाजपा व जजपा के विधायकों ने भी प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार और बदहाली की शिकायतें की। खुद गठबंधन के विधायकों ने ही सरकार के विकास की पोल खोल कर रख दी। यह बात अब जगजाहिर है कि मौजूदा सरकार में शराब, रजिस्ट्री, भर्ती, पेपर लीक, धान, सफाई समेत कई घोटाले हुए हैं। लेकिन जांच के नाम पर सरकार सिर्फ एस.आई.टी. का गठन कर देती है, जिसकी रिपोर्ट कभी सामने नहीं आती। 
 

 

शामलात की जमीन के मामले में सरकार को पुनॢवचार याचिका डालनी चाहिए 
शामलात की जमीन के संबंध में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार से कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जल्द से जल्द सुप्रीम कोर्ट में पुनॢवचार याचिका डालनी चाहिए या कंसोलिडेशन एक्ट में बदलाव किया जाना चाहिए क्योंकि बरसों से बसे परिवारों को जमीन से बेदखल किया जाना गलत है। सरकार ने वक्त रहते कदम नहीं उठाए तो चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने प्रदेश भर में जलभराव की समस्या के लिए सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया क्योंकि सरकार ने वक्त रहते ना ड्रेनों की सफाई करवाई और ना ही सीवरेज की। 
 

 

जनसेवा की बजाय सत्ता में बैठे लोग स्वयंसेवा में लगे हैं
भाजपा-जजपा के रिश्ते पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि यह स्वार्थ का गठबंधन है न कि नीतिगत फैसला है। जनसेवा की बजाय सत्ता में बैठे हुए लोग स्वयंसेवा में लगे हुए हैं। यही वजह है कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। प्रदेश की जनता विकल्प के तौर पर कांग्रेस की तरफ देख रही है। इस मौके पर गीता भुक्कल ने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा मौलिक शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम की कक्षा 5वीं की ङ्क्षहदी पुस्तक के पाठ नंबर 11 से महाराजा अग्रसेन की जीवनी को हटा दिया। साथ ही पाठ नंबर 14 हरियाणा के गौरव से छोटू राम, पंडित भगवत दयाल शर्मा, रणबीर सिंह, देवीलाल, राव बीरेंद्र सिंह, बंसी लाल, पंडित लख्मी चंद और मेजर होशियार सिंह की जीवनी को भी हटा दिया गया। भुक्कल ने कहा कि प्रदेश के महापुरुषों का जिक्र किताबों से हटाकर भाजपा ने अपनी संकीर्ण सोच का परिचय दिया।

Ajay Chandigarh

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