सिटको अपनी पॉलिसी के खिलाफ दे रहा माऊंट व्यू में प्राइवेट वैंडर को एंट्री

Saturday, May 26, 2018 - 08:28 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिजम डिवैल्पमैंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सिटको) की पॉलिसी के अनुसार होटल माऊंट व्यू में किसी भी प्राइवेट कैटरिंग को परमीशन नहीं दी जा सकती। लेकिन बावजूद इसके होटल के मैजिक वोक रैस्टोरैंट को प्राइवेटाइज किया जा रहा है। इससे सिटको अपने ही नियम तोड़ रहा है। यह शिकायत सिटको प्रोग्रैसिव वर्कर्स यूनियन ने सिटको के मैनेजिंग डायरैक्टर को दी है। 

 

शिकायत में यूनियन के प्रधान प्रेम लाल ने कहा है कि मैजिक वोक का टैंडर जारी करते हुए होटल में चाइनीज फूड बनाने का प्रावधान रखा है। इसका मतलब यह हुआ कि यह कांट्रैक्ट दिया जाता है। वह कंपनी न केवल रैस्टोरैंट में चाइनीज फूड बनाएगी बल्कि रूम सर्विस भी देगी। इसका सीधा असर होटल की रूम सर्विस में सिटको के खाने की सेल पर पड़ेगा। 

 

इससे होटल के चाइनीज फूड की सप्लाई बंद हो जाएगी। यही नहीं, प्राइवेट पार्टी द्वारा छोटी पार्टियां भी की जाएंगी, जिसमें कंपनी को फूड सर्व करने की परमीशन होगी। इससे सिटको को घाटा होगा। क्योंकि होटल को फाइव स्टार होटल का टैग मिला है और खाने की कीमत पर एक हद तक ही डिस्काऊंट दिया जा सकता है। 

 

सिटको की प्रतिष्ठा भी दांव पर
प्राइवेट वैंडर को आऊटडोर कैटरिंग सर्विस की भी परमीशन दी गई है। इसके लिए किचन होटल का ही इस्तेमाल किया जाएगा। यानि खाने पर टैग तो होटल माऊंट व्यू का होगा लेकिन पूरा प्रॉफिट वैंडर के हिस्से में जाएगा। अगर खाने में किसी तरह की कोई गड़बड़ी हुई तो उससे सिटको की रेपुटेशन ही खराब होगी। अगर कोई कानूनी अड़चन आती है तो सिटको को खामियाजा उठाना पड़ेगा।

 

कब्जा छुड़ाना हो जाएगा मुश्किल
यूनियन की ओर से कहा गया है कि प्राइवेट वैंडर्स से कांट्रेक्ट खत्म होने के बाद सरकारी प्रॉपर्टी को छुड़ाना भी काफी मुश्किल हो जाएगा। जिसका उदाहरण सिटको की आई.एस.बी.टी. सैक्टर-17 में बनी कैंटीन द शेफ के रूप में है। जिसे खाली करवाने में सिटको को 17 साल तक कानूनी लड़ाई लडऩी पड़ी थी। यही नहीं, लेक व्यू में भी सिटको को अपनी एक दुकान खाली करवाने में 4 साल लग गए थे।

Punjab Kesari

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