घग्गर को साफ करने के लिए अब सहायक नदियों से हटाए जाएंगे अतिक्रमण

Sunday, Feb 28, 2021 - 08:56 PM (IST)

चंडीगढ़, (विजय गौड़) : घग्गर नदी के वाटर क्वालिटी को सुधारने के लिए अब उसकी सहायक नदियों को साफ करने के लिए प्रदेश सरकार नए स्तर से अभियान शुरू करने जा रही है। जिसके तहत कौशल्या नदी के आसपास जितने भी स्लम एरिया हैं, वहां का सैनीटेशन सिस्टम सबसे पहले दुरुस्त किया जाएगा। यह जिम्मेदारी प्रदेश के पंचायत विभाग को सौंपी गई है। पंचायत विभाग कौशल्या नदी के आसपास के एरिया में होने वाले सभी अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान शुरू करेगा।

 


दरअसल घग्गर नदी के पानी की गुणवत्ता को जांचने के लिए नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) के निर्देशों पर गठित की गई एग्जिक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में कमेटी अधिकारी अभी तक के प्रयासों से संतुष्ट नहीं हुए। केवल दो लोकेशन को छोड़ कर बाकी कहीं भी घग्गर के पानी की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं पाया गया। यही कारण है कि कमेटी ने सहायक नदियों में भी सफाई अभियान चलाने के लिए विशेष निर्देश जारी किए। जिसमें सबसे पहले उन जगहों की विशेषतौर से मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देश दिए गए जहां सहायक नदियों या नालों का पानी घग्गर से आकर मिलता है। 


‘कपड़े और वाहन धोने पर लगेगी रोक’
कमेटी की ओर से सुझाव दिए गए कि कौशल्या नदी के किनारे कपड़े और वाहन धाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए। यह जिम्मेदारी पंचकूला और सोलन प्रशासन को सौंपी गई है। इसके अतिरिक्त मीटिंग के दौरान जानकारी दी गई कि हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर घग्गर और कौशल्या नदी के आसपास सॉलिड वेस्ट भी फैंका जा रहा है। कमेटी ने इसे हटाने के लिए पंचकूला नगर निगम और परवाणु नगरपालिका को तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है। 

Ajesh K Dharwal

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