इम्पलाइज हाऊसिंग स्कीम : लंबे समय से जूझ रहे कर्मचारियों को मिलेगी राहत की साँस

punjabkesari.in Friday, Jun 15, 2018 - 10:33 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड ने इम्पलाइज हाऊसिंग स्कीम के तहत अब सैक्टर-53 में 12 एकड़ भूमि पर 900 फ्लैट्स का निर्माण करने का फैसला लिया है। 

इससे पहले विभाग का इस भूमि पर आई.ए.एस., पी.सी.एस. और फर्स्ट क्लास अधिकारियों के लिए थ्री बैडरूम के 252 फ्लैट्स के निर्माण का प्लान था लेकिन अब विभाग द्वारा यहां अन्य कर्मचारियों के लिए भी फ्लैटस का निर्माण किया जाएगा। 

हालांकि केंद्र सरकार से वर्ष 2008 में लांच की गई इस  स्कीम के तहत अतिरिक्त भूमि को अभी मंजूरी मिलनी बाकी है लेकिन विभाग ने उसके पास मौजूद 12 एकड़  भूमि पर ही अपने प्लान में अब बदलाव करने का फैसला लिया है। 

विवादों के चलते लटक गई थी स्कीम :
कर्मचारियों की इम्पलाइज हाऊसिंग स्कीम वर्ष 2008 में लांच हुई थी और इसके लिए 7 हजार से अधिक कर्मचारियों ने आवेदन किए थे लेकिन इसमें वर्ष 2010 में निकाले गए ड्रा में कुल 3930 कर्मचारी सफल रहे थे। 

सफल आवेदकों ने इसके लिए पैसे भी जमा करवा दिए थे, लेकिन कई विवादों के चलते ये स्कीम लटक गई थी। वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रशासक शिवराज पाटिल ने शहर में इस स्कीम के लिए भूमि होने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद स्कीम को खत्म कर दिया गया था। 

अब 6 फ्लोर होंगे :
हाऊसिंग बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अब उन्होंने 900 फ्लैटस का निर्माण करने का फैसला लिया है। अब इसमें 5 फ्लोर की जगह 6 फ्लोर होंगे। पहले  2000 स्क्वेयर फीट के थ्री बैडरूम फ्लैट्स का निर्माण करने का फैसला था लेकिन अब 1400 स्क्वेयर फीट के टू बैडरूम फ्लैट्स और 900 स्क्वेयर फीट के वन बैड रुम फ्लैट्स होंगे। 

उन्होंने कहा कि यू.टी. आर्कीटैक्ट इस संबंध  में ड्राइंग फाइनल कर रहा है। ड्राइंग अप्रूव होने के बाद ही वह अपना निर्माण कार्य शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि बाकी बचे तीन हजार कर्मचारियों के संबंध में स्थानीय सांसद किरण खेर ने आश्वासन दिया था कि यूनियन कैबिनेट की मंजूरी के बाद दो माह के अंदर इस स्कीम को लागू किया जाएगा। इसके लिए सैक्टर-52 और 56 में भूमि अलॉट की जानी है।  


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