भीषण गर्मी के साथ ही बिजली की डिमांड बढ़ी, 371 मैगावाट तक पहुंची डिमांड

punjabkesari.in Monday, May 16, 2022 - 07:12 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा): इस बार गर्मी ने मई माह में ही अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सैल्सियस तक पहुंच गया है। सोमवार को भी दोपहर में 38 डिग्री तक तापमान दर्ज किया गया है। बढ़ती गर्मी की चलते शहर में बिजली का लोड भी बढऩा शुरू हो गया है। सोमवार को बिजली का लोड 371 मैगावाट तक पहुंच गया। 

 


इस संबंध में प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि रोजाना 350 मैगावाट से अधिक लोड चल रहा है, जो आम दिनों के मुकाबले अधिक है। उन्होंने कहा कि गर्मी बढऩे से ही इसके और बढऩे की भी उम्मीद है। हालांकि विभाग के पास बिजली का पर्याप्त कोटा है और लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जहां कहीं से भी बिजली को लेकर शिकायतें आ रही हंै, विभाग की तरफ से उनका समाधान किया जा रहा है। खुड्डा अलीशेर निवासी अंकुश ने बताया कि उनके यहां रोजाना दो से तीन घंटे का बिजली कट लग रहा है। उन्होंने कहा कि मई महीने में ही बिजली का यह हाल है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में क्या हाल होगा। उन्होंने कहा कि दोपहर व रात के समय बिजली अधिक बाधित हो रही और इस संबंध में विभाग को भी समय-समय पर अवगत करवा रहे हैं। चंडीगढ़ रैजीडैंट एसोसिएशन ऑफ  वैल्फेयर फैडरेशन (क्राफ्ड) के चेयरमैन हितेश पूरी ने बताया कि गांव व कॉलोनियों में बिजली के अधिक कट लग रहे हैं, जबकि सैक्टरों में इतनी समस्या नहीं है। लेकिन एक या आधे घंटे के लिए सैक्टरों में भी बिजली सप्लाई प्रभावित हो रही है। वह प्रशासन से अपील करते हैं कि समय रहते ही बिजली की उचित व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों को आगे अधिक परेशानी का सामना न करना पड़े। 

 


केंद्र ने बढ़ाया चंडीगढ़ का बिजली कोटा 
शहर में बिजली की बढ़ती डिमांड को देखते हुए शहर के बिजली कोटे में भी बढ़ौतरी कर दी है। केंद्र ने शहर के बिजली कोटे में 9 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी कर दी है, ताकि शहर में बिजली की जरूरत को पूरा किया जा सकें। अब चंडीगढ़ का बिजली कोटा 14 प्रतिशत कर दिया गया है। 1 अप्रैल से इस कोटे में बढ़ौतरी की गई है, जो बिजली की डिमांड कम न होने तक जारी रहेगा। बिजली की बढ़ती डिमांड को लेकर कोटा बढ़ाने के लिए प्रशासन ने केंद्र के समक्ष यह मुद्दा उठाया था और स्टडी करने के बाद ही सरकार ने शहर के लिए इस कोटे को बढ़ा दिया है। फैडरेशन ऑफ सैक्टर वैल्फेयर एसोसिएशन के चेयरमैन बलजिंदर बिट्टू ने कहा कि सभी सैक्टरों में ही एक या आधे घंटे के लिए बिजली कट लग रहे हैं। लोड बढऩे के कारण शाम के समय कई एरिया अधिक प्रभावित हैं, जहां पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।

 

धनास निवासी धर्मवीर सिसोदिया ने बताया कि स्मॉल फ्लैट धनास में कई बार दो-दो घंटे के कट लग रहे हैं, जिससे स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। खासकर बच्चों को अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विभाग इसकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। 
सैक्टर-46 में रहने वाले विजय शर्मा ने बताया कि रविवार को रात में 9.45 पर बिजली चली गई, जो देर रात करीब दो बजे आई। इसके बाद सोमवार को सुबह 11 बजे बिजली कट गई और देर शाम तक बिजली नहीं आई। उन्होंने बताया कि कारण पूछने के लिए जब उन्होंने बिजली विभाग के एक अधिकारी को फोन किया तो कारण बताने की बजाय उन्हें कहा गया कि वो घर में इनवर्टर लगवा लें। हैल्पलाइन केंद्रों के नंबर नहीं मिलने की शिकायतें अभी भी आ रही हैं। लोगों का आरोप है कि वह बिजली गायब होने पर अधिकारियों को फोन करते हैं तो वे सुनवाई तक नहीं करते हैं और उनको समस्या के समाधान के लिए कई-कई घंटे तक फोन करना पड़ता है।

 


22 जुलाई 2021 को पीक पर पहुंच गई थी मांग 
22 जुलाई 2021 को शहर में बिजली की मांग पीक पर पहुंच गई थी। 21 जुलाई को 381 एम.डब्ल्यू. और 22 जुलाई को 405 एम.डब्ल्यू. बिजली की मांग रही, यह पिछले दो सालों में सबसे ज्यादा खपत थी। हालांकि चंडीगढ़ की क्षमता करीब 500 एम.डब्ल्यू. की है, इसलिए लोगों को ज्यादा समस्या नहीं आई लेकिन कुछ हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित रही।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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