एजैंसी लगाएगी बिजली की खरीद-फरोख्त की बिड

Sunday, Mar 24, 2019 - 10:24 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : पिछले कुछ वर्षों से चंडीगढ़ प्रशासन के इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट को बार-बार ज्वाइंट इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेट्री कमीशन (जे.ई.आर.सी.) से फटकार लगती रहती थी कि लगभग 2.25 लाख कंज्यूमर्स को फायदा पहुंचाने के लिए बिजली की सेल और पर्चेज के लिए लंबे समय की प्लानिंग नहीं की जाती। इसकी वजह से कंज्यूमर्स को तब नुक्सान उठाना पड़ता है, जब पावर एक्सचैंज में बिजली की कीमत कम होती है। 

यही वजह है कि अब डिपार्टमैंट ने इस काम के लिए एजैंसी की मदद लेने का फैसला लिया है। क्लाइंट मैंबरशिप के लिए डिपार्टमैंट की ओर से टैंडर जारी कर दिया गया है। सैंटर इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेट्री कमीशन (सी.ई.आर.सी.) से इंटर स्टेट ट्रैडिंग लाइसैंस प्राप्त एजैंसी का मुख्य काम होगा कि वित्त वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के लिए बिजली की खरीद और फरोख्त की बिड तैयार करना। 

यह बिड एजैंसी को इंडियन एनर्जी एक्सचेंज और पॉवर एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के पास करनी होगी। नियम के अनुसार यह एग्रीमैंट पावर एक्सचेंज के रूल्स के अनुसार होगा। यानि अब डिपार्टमैंट की बजाय यह एजैंसी समय-समय पर पॉवर एक्सचेंज के पास बिजली की सेल और पर्चेज के लिए बिड करेगी। 

दो साल के लिए होगा एग्रीमैंट :
एग्रीमैंट साइन होने के दो साल तक यह वैलिड रहेगा। हालांकि पहले तीन वित्त वर्ष की परफॉर्मैंस के बाद एजैंसी के साथ कांट्रैक्ट को आगे बढ़ाने का ऑप्शन भी रखा गया है। दरअसल कंपनी को हर वित्त वर्ष के लिए एक सटीक तरीके की मदद से बिजली की दरों को तय करना होगा। 

इन्हीं दरों के हिसाब से ही डिपार्टमैंट आने वाले वर्षों के लिए पहले से ही बिजली की खरीद करके रखेगा। अगर उस समय बिजली की कीमत अधिक भी हो तो भी कंज्यूमर्स को पुराने रेट पर ही मिलेगी।

स्टडी भी नहीं आई काम :
भविष्य में बिजली की डिमांड की जानकारी लेने के लिए डिपार्टमैंट ने फॉरकास्टिंग स्टडी भी करवाई थी। लेकिन यह स्टडी भी किसी काम नहीं आई। यही वजह है कि अब एजैंसी की मदद से यह काम किया जा रहा है। गौरतलब है कि कमीशन ने ही डिपार्टमैंट को बिजली की डिमांड और पर्चेज के लिए साइंटिफिक तरीका अपनाने के लिए कहा था। 

Priyanka rana

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