यह कैसा न्याय, बिना टूल दिए भर्ती किए 200 लाइनमैन

punjabkesari.in Monday, Oct 24, 2016 - 10:14 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : यह है चंडीगढ़ प्रशासन की शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की प्लानिंग। हाल ही में प्रशासन द्वारा लगभग 200 असिस्टैंट लाइनमैंन की भर्ती कर दी गई। लेकिन इनसे क्या काम करवाएं? इस सवाल पर कोई जवाब नहीं मिल रहा है। क्योंकि इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट के पास कर्मचारियों को देने के लिए जरूरी उपकरण ही नहीं है। इस साल जब मार्च में ज्वाइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (जे.ई.आर.सी.) ने शहर में पब्लिक हियरिंग की थी तो डिपार्टमैंट को निर्देश दिए थे जितने भी लाइनमैन या असिस्टैंट लाइनमैन हैं, उन्हें जल्द से जल्द सभी उपकरण मुहैया करवा दिए जाएं। इसके बाद डिपार्टमैंट ने हैंड टूल खरीदने के लिए लगभग 20 लाख का टैंडर भी जारी कर दिया था। लेकिन आज तक इन उपकरणों की खरीद नहीं हो पाई। यानि पहले से मौजूद लगभग 1000 कर्मचारियों के पास उपकरण न होने के बावजूद फिर से 200 के करीब भर्तियां और कर ली गई, जबकि इन नई रिक्रूटमैंट्स के पास काम करने के लिए जरूरी उपकरण भी मौजूद नहीं हैं। 


टेप से लेकर वायर भी नहीं :

लाइफ जैकेट, सेफ्टी हैलमेट और रिफ्लैक्टर जैकेट तो दूर की बात लाइनमैन और असिस्टैंट लाइनमैन के पास इस समय फॉल्ट ठीक करने के लिए टेप और वायर भी मौजूद नहीं है। कंप्लैंट आने पर कई बार जब कर्मचारी किसी घर में पहुंचते हैं तो उन्हीं से ही यह सारा सामान मंगाया जाता है। जब लोगों द्वारा विरोध किया जाता है तो कर्मचारियों द्वारा भी जवाब दिया जाता है कि वे अपने पैसों से सामान क्यों लेकर आएं?


की जा रही है दीवाली की तैयारी :
डिपार्टमैंट ने दावा किया है कि दीवाली से पहले शहर में कहीं भी कोई फॉल्ट नहीं बचेगा। मकसद है कि दीवाली की रात पूरे शहर को रौशन किया जा सके। इसके लिए रोजाना दर्जनभर सैक्टर्स में मैंटिनैंस वर्क के नाम पर बिजली के कट भी लगाए जा रहे हैं। लेकिन मैंटिनैंस वर्क के दौरान कर्मचारियों के पास जरूरी सेफ्टी उपकरण भी मौजूद नहीं रहते हैं। इसके बारे में कर्मचारियों द्वारा कई बार विभाग को शिकायत भी की जा चुकी है। मगर अभी तक कोई फायदा नहीं हुआ।


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