GMSSS-44 स्कूल में सुविधाओं से वंचित स्टूडेंट्स

punjabkesari.in Sunday, Apr 22, 2018 - 08:32 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : चंडीगढ़ शिक्षा विभाग शहर के सभी सरकारी स्कूलों के स्मार्ट होने का दावा करता है, जबकि वास्तविकता कुछ और ही दर्शाती है। कई स्कूलों में लैबोरेट्री तक नहीं है। किसी में साइंस की, किसी में मैथ्स तो किसी में ज्योग्राफी की। 

एक स्कूल ऐसा भी है जहां किसी भी विषय की लैबोरेट्री नहीं है। यह है गवर्नमैंट मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैक्टर-44। इसमें पढऩे वाले बच्चे कहने को तो मॉडल स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन यह स्कूल किसी भी मायने में मॉडल नहीं कहा जा सकता है। सब कुछ जानते हुए भी स्कूल प्रिंसिपल और शिक्षा विभाग आखें मूंदे बैठे हैं। 

एक्टिविटी रूम भी नहीं :
इस स्कूल में सिर्फ लैबोरेट्री ही नहीं, किसी भी प्रकार का कोई एक्टिविटी रूम भी नहीं है। इसके चलते छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। म्यूजिक और फाइन आर्ट ऐसी एक्टिविटीज हैं, जिनके लिए अलग रूम की जरूरत होती है। कक्षा में बैठकर म्यूजिक की एक्टिविटी नहीं हो सकती। 

प्रैक्टिकल मुश्किल :
छात्रों का कहना है कि साइंस, ज्योग्राफी और होमसाइंस विषय बिना प्रैक्टिकल के समझ आने मुश्किल हैं लेकिन स्कूल में इनमें से किसी भी विषय की लैबोरेट्री नहीं है। रिजल्ट खराब आता है तो कमी बच्चों में निकाल दी जाती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News