‘केंद्र से आर्थिक पैकेज मांगे प्रशासन’
Monday, Mar 23, 2020 - 11:55 AM (IST)
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि पिछले 2 दिनों में चंडीगढ़ में कोरोनो वायरस संक्रमण के संदिग्धों मामलों में भारी वृद्धि हुई है और पूरे देश में भी। इन मामलों का पता लगने के बावजूद, यह अत्यधिक संभावना है कि समाज में कोरोना वायरस प्रकोप की स्टेज-3 तक पहुंचे।
छाबड़ा ने कहा कि इस वायरस के आगे फैलने को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने चंडीगढ़ में लॉकडाऊन की घोषणा की है, जैसे राजस्थान और पंजाब और कुछ अन्य राज्यों में इसकी घोषणा की गई है। उन्होंने चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनोर से अपील की है कि स्तिथि की गंभीरता को समझते हुए चंडीगढ़ प्रशासन को निर्देश दें कि जब तक इसका प्रकोप समाप्त न हो, तब तक के लिए स्वास्थ्य आपातकाल और लॉकडाऊन की घोषणा के बाद केंद्र सरकार से आर्थिक राहत पैकेज की मांग करें।
छाबड़ा ने कहा कि यह मुश्किल का समय है। लेकिन प्रशासन समय से पहले उचित व मजबूत कदम उठाता है, तो हम हर एक समुदाय के लिए कोरोना वायरस पर विजयी होने में सक्षम होंगे। उन्होंने चंडीगढ़ के निवासियों से ना घबराने की अपील की है ओर सतर्क रहते हुए कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन के सभी आदेशों का पालन करने की अपील भी की है। उन्होंने लोगों से किसी भी अफवाह का शिकार न होने और वायरस पर कोई भी संदेश या जानकारी साझा करने से पहले सावधानी बरतने और साझा करने से पहले तथ्यों को जानकर ही आगे सांझा करने पर आग्रह किया।
चंडीगढ़ कांग्रेस ने प्रशासन को ये दिए सुझाव :
-कोरोना वायरस के फैलने वाले समुदाय की जांच के लिए व चंडीगढ़ में वायरस प्रकोप से निपटने के लिए स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की जानी चाहिए।
-लॉकडाऊन के दौरान, केंद्र सरकार से एक विशेष आर्थिक पैकेज लिया जाना चाहिए। ताकि चंडीगढ़ के गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, असंगठित श्रमिक और बी.पी.एल. परिवारों को राहत प्रदान की जा सके।
-सभी सरकारी और निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत कर्मचारियों पर काम करने या शिफ्टों में वैकल्पिक दिनों में अपने काम करने के निर्देश दिया जाना चाहिए और कार्यालयों में केवल आपातकालीन काम ही किये जाने चाहिए। सभी छोटे और मझोले व्यवसायी और दुकान मालिकों को लॉकडाऊन की अवधि के दौरान टैक्सों में छूट और फंड या आर्थिक राहत दी जानी चाहिए, ताकि वे लॉकडाऊन अवधि के दौरान अपने कर्मचारियों को मजदूरी का भुगतान कर सके।
-सभी शहर की सड़कों, घरों और इमारतों पर वायरस को मारने के लिए छिड़काव और न फैले, इसके प्रसार की जांच
करनी चाहिए।
-लॉकडाऊन की अवधि के दौरान, अस्पताल, बैंक, ए.टी.एम., पुलिस और फायर स्टेशन और किराने की दुकानों जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को उनके कर्मचारियों द्वारा पर्याप्त सफाई, सैनेटाइज व एहतियाती उपाय करने के बाद खोलना चाहिए।
-प्रशासन को नकद के बजाय चंडीगढ़ के सब्सिडी वाले राशन लाभार्थियों और उनके परिवारों को मुफ्त मासिक राशन प्रदान करना शुरू करना चाहिए। ताकि उन्हें रोजमर्रा के लिए राशन बाहर लेने जाना की आवश्यकता न हो।