दशहरा पर स्टाल्स लगाने की स्थिति स्पष्ट नहीं, सोमवार तक हो सकता है कोई फैसला

Sunday, Oct 06, 2019 - 09:28 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : दशहरा पर्व पर प्रति वर्ष लगने वाले अस्थाई स्टॉल इस बार लग पाएंगे इसे लेकर भी कुछ तय नहीं है। पूरा मसला कानूनी राय पर केंद्रित है। इस असमंजस की स्थिति में उस व्यापारी वर्ग में बैचेनी और चिंताए बढ़ गई हैं जो पूरे वर्ष इन त्यौहारों का इंतजार करते हैं। हाल यह है कि स्टॉल पर बेचे जाने वाले सामान भी मांगा के रखा हुआ है। 

दशहरे पर्व को शुरू होने में मुश्किल से दो दिन का समय बचा है। इस बीच निगम के इन्फोर्समैंट विंग को भी कोई डायरैक्शन नहीं आई है। पिछले वर्ष तो मौके पर ही बाजारों में स्टॉल लगाने के इच्छुकों की रसीदें काट दी जाती थी। इन्फोर्समैंट विंग डायरैक्शन नहीं आई तो फिर दशहरे को भी अस्थाई स्टॉल लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

सिर्फ दशहरे की बात है आगे करवा चौथ भी आने वाला है। इसमें बड़ी तादाद में मेहंदी के स्टॉल लगते हैं। वहीं, सूत्रों का कहना है कि सीनियर स्टैंडिंग काऊंसिल सोमवार तक अपनी लीगल राय दे सकते हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि मंगलवार को दशहरे से ठीक पहले स्टॉल लग पाएगा कि नहीं, इस पर भी तस्वीर साफ हो जाएगी।

हाईकोर्ट का फैसला अवैध वैंडर्स को लेकर था :
उधर, मनोनीत पार्षद और निगम की इन्फोर्समैंट सब कमेटी के सदस्य चरणजीव सिंह का कहना है कि इस पर जल्द निर्णय आ जाना चाहिए, सभी को इंतजार है। 

चंडीगढ़ व्यापार मंडल के चेयरमैन ने कहा है कि अगर स्टॉल लगाए जाने की अनुमति नहीं दी गई तो वे हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि व्यापारियों को कोई बड़े स्तर आर्थिक नुक्सान झेलना पड़े। उन्होंने साथ ही यह तर्क भी दिया कि हाईकोर्ट का फैसला अवैध वैंडर्स को लेकर था। उसमें यह नहीं था कि त्यौहार के सीजन में दुकानदारों को स्टॉल लगाए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

Priyanka rana

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