पंजाब पुलिस की भर्ती में पुरुषों का डोप टैस्ट, महिलाओं को छूट

Thursday, Sep 29, 2016 - 11:29 AM (IST)

मोहाली (राणा) : पुलिस भर्ती प्रक्रिया में नशे कर शारीरिक क्षमता बढ़ाने के मामले सामने आने के बाद पंजाब सरकार ने शारीरिक टैस्ट वाली किसी भी भर्ती प्रक्रिया से पहले उम्मीदवारों का डोप टेस्ट लिए जाने को अनिवार्य किया था लेकिन मोहाली में चली पंजाब पुलिस की कंप्यूटर शाखा में कांस्टेबलों की भर्ती के दौरान अजीब नजारा जहां पुरुष उम्मीदवारों का भर्ती प्रक्रिया से पहले डोप टैस्ट किया गया किया गया। जिसमें 70 उम्मीदवारों का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। लेकिन महिला उम्मीदवारों का डोप टैस्ट नहीं लिया गया। 

गौरतलब है कि खेलों में लिए जाने वाले डोप टैस्ट में महिला खिलाडिय़ों पुरुषों के मुकाबले अधिक पॉजिटिव केस पाए गए है । मोहाली में ही हाल ही में संपन्न हुई पंजाब पुलिस की भर्ती प्रक्रिया के दौरान लिए गए डोप टेस्ट में सैंकड़ो युवकों को डोप टैस्ट पाजीटिव पाए जाने के बाद भर्ती से बहार का रास्ता दिखा दिया गया था। उक्त भर्ती प्रक्रिया में हुई किरकिरी के बाद पंजाब सरकार ने नियम बनाए थे कि भविष्य में किसी भी तरह की भर्ती जिसमें शारीरिक क्षमता का टैस्ट रखा गया हो उसमें शामिल होने वाले हर एक उम्मीदवार का डोप टैस्ट होगा। उस वक्त डोप टैस्ट में महिलाओं को किसी तरह की छूट का जिक्र नहीं था । 

पुलिस भर्ती की देखरेख कर रहे आई.जी. अमित कुमार से महिलाओं को डोप टैस्ट से छूट विषय पर पूछा तो उनका कहना था कि उन्हें जिस तरह के दिशा निर्देश दिए गए है वह उसी के तहत काम कर रहे है । सैक्टर-78 के खेल परिसर में उक्त भर्ती प्रक्रिया 19 सितम्बर शुरू हुई थी जोकि बुधवार को संपन्न हो गई। हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर ऑपरेटर के कुल 388 कांस्टेबल पदों की भर्ती के लिए 9500 आवेदन आए थे जिनमें से 7600 ने भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया। जिनमें करीब 2300 महिला उम्मीदवार शामिल थी ।

रिजैक्ट हुई तो लगाई गुहार...
‘बहुत गरीब परिवार से हूं, मां ने 2000 उधार लेकर भेज था भर्ती में, एक मौका और दे दो’। 
भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने आई एक युवती जब निर्धारित तीन अवसरों में भी है जंप क्लेयर नहीं कर पाई तो उसे टैस्ट ले रहे अधिकारी ने साइड में जाकर बैठने को कह दिया जिस पर युवती जोर-जोर से रोने लगी। अधिकारियों से गुहार करने लगी कि वह बहुत गरीब परिवार से है, मां ने भर्ती में शामिल होने के लिए उसे किसी से 2000 रुपए उधार लेकर यहां भेजा है। 

अगर उन्हें पता लगा कि मेरी सिलैक्शन नहीं हुई तो वह टूट जाएगी। ‘प्लीज एक चांस और देदो बड़ा एहसान होगा’ यह सुन भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने आई अन्य महिला उम्मीदवारों का दिल पसीज गया जिन्होंने उसे एक चांस देने की सिफारिश भी भर्ती अधिकारी से की लेकिन उन्होंने सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे होने का हवाला देकर एक और चांस देने से इंकार कर दिया 

पहली बार हुआ सैंसर का प्रयोग
पंजाब पुलिस की भर्ती में पुलिस विभाग द्वारा काफी सख्ती की गई थी। जिसके चलते कोई भी चालाकी नहीं दिखा सका। दौडऩे के ट्रैक पर सेंसर लगाया गया था। जिसे क्रास करने के बाद ही उम्मीदवार का समय शुरू हुआ। सेंसर के चलते उम्मीदवार किसी भी स्थान पर आया हो लेकिन उसका समय देख मैरिट बनाई गई है। भर्ती दौरान कई सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगे थे जिसके चलते किसी भी गड़बड़ी सामने नहीं आई ।  

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