‘फीस वसूलने के मसले पर फंसा पेंच, डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स ने विचार करने को मांगे दो दिन’

Tuesday, Feb 09, 2021 - 10:15 PM (IST)

चंडीगढ़, (राय): चंडीगढ़  नगर निगम की तरफ से शहर में गीला और सूखा कूड़ा एकत्रित करने की योजना पर डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स के बीच जारी विवाद समाप्त होने की संभावना है। मंगलवार को मेयर रविकांत शर्मा ने पिछले लगभग डेढ़ महीने से हड़ताल पर बैठे डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल के नुमाइंदों की एक मीटिंग बुलाकर नगर निगम की तरफ से गीला और सूखा कूड़ा एकत्रित करने के लिए तैयार किए समझौते को लेकर विस्तार से चर्चा की। मीटिंग दौरान उपस्थित डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स के नुमाइंदों की मांगों को ध्यान में रखते हुए मेयर ने कहा कि वह निगम की तरफ से तैयार किए गए समझौतों की शर्तों को अच्छी तरह के साथ पढ़ें और उन्हें जो भी परेशानी पेश आ रही हैं, उसे निगम से सांझा करें। मेयर ने कहा कि उनकी मांगों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

 

 
फीस वसूलने के मसले पर फंसा पेंच, गारबेज कलैक्टर्स ने मांगा दो दिन का समय
मीटिंग के दौरान उपस्थित सर्व भारतीय मजदूर संगठन की चंडीगढ़ इकाई के प्रधान शमशेर सिंह लोहटिया ने बताया कि समझौते को लेकर लगभग सभी शर्तों के सहमति बन गई थी लेकिन घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने के लिए फीस को निगम की तरफ से वसूलने पर मामला लटक गया है। डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स की मांग है कि कूड़ा एकत्रित करने के लिए फीस भी उनकी तरफ से खुद ही वसूली जाएगी ताकि मौजूदा डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स को वित्तीय नुक्सान न हो।

गारबेज कलैक्टर्स की इस मांग पर मेयर ने कहा कि उनकी तरफ से इस बात पर पूरा ध्यान रखा जाएगा और कोशिश रहेगी कि गारबेज कलैक्टर्स की मौजूदा कमाई के बराबर ही वेतन दी जाए। मीटिंग में डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स ने मेयर को इस शर्त बारे विचार-विमर्श करने के लिए दो दिन का समय मांगा है। उन्होंने कहा कि उनके संगठन की 21 सदस्यीय समिति की मीटिंग में इस शर्त पर फैसला लिया जाएगा। मीटिंग में निगम के ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा, राजीव बब्बर, सर्व भारतीय मजदूर संगठन के प्रधान अशोक टांक, राष्ट्रीय सचिव मुकेश बागड़ी उपस्थित थे


गारबेज कलैक्टर्स की भूख हड़ताल जारी
दूसरी ओर डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टर्स की भूख हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। गारबेज कलैक्टर्स ने नगर निगम कार्यालय  के पास रोष प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि गारबेज कलैक्टर इस प्रोजैक्ट के विरोध में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि इससे उनका काम-धंधा चौपट हो जाएगा। कचरे में मिलने वाले सामान को बेचने पर उन्हें पैसे मिलते थे, जिस पर अब निगम की निगाह है।

AJIT DHANKHAR

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