मत बनाने दो बापूधाम कॉलोनी को मुंबई की धारावी, आसपास के सेक्टर्स में भी करो रैंडम टैस्टिंग

Friday, May 29, 2020 - 11:55 AM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना ) : चंडीगढ़ की बापूधाम कॉलोनी को मुंबई की धारावी बनने से रोकना है तो कोरोना वायरस के पीछे भागना छोड़कर वायरस को चारों तरफ से घेरना होगा। चंडीगढ़ में नब्बे प्रतिशत कोरोना पेशैंट्स बापूधाम से ही आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग सिर्फ उन कांटैक्ट्स के ही टैस्ट करता आ रहा है जो कोरोना पेशैंट के संपर्क में आए थे। अब बापूधाम के बफर जोन में रैंडम टैस्टिंग शुरू कौ गई है, परंतु चंडीगढ़ प्रशासन को चाहिए कि वह बापूधाम कॉलोनी के आसपास के सैक्टरों में भी रैंडम टैस्टिंग शुरु करे, ताकि वायरस को फैलने से रोक दिया जाए।

 

वर्ल्ड मैडीकल एसोसिएशन के एडवाइजर और चंडीगढ़ के पीडियाट्रिशियन डॉ. रमनीक सिंह बेदी का कहना है कि बापूधाम कॉलोनी को कोरोना  मुक्त करने के लिए सबसे जरूरी है कि कालोनी के कंजेशन को दूर किया जाए। 20 से 50 साल की उम्र के लोगों को बापूृधाम कॉलोनी में रहने दिया जाए, जबकि बुजुर्ग, बच्चे, गर्भवत्ती महिलाएं और ऐसे लोग जो शूगर या हार्ट के पेशैंट हैं, उन्हें क्वॉरंटाइन सँंटर्स में रखा जाए। बापूधाम में छोटी सी जगह पर चार चार मंजिला घर में 20 से 25 लोग एक साथ रह रहे हैं। 

 

अगर एक पॉजीटिव आता है तो बाकी के लोगों पर भी संक्रमण का खतरा मंडराने लगता है । सैक्टर-30 और सैक्टर-52 जहां से कोरोना पेशैंट आए थे। उनके आसपास के सैक्टर्स में भी रैंडम टैस्टिंग कौ जरूरत है, जितने ज्यादा टैस्ट होंगे उतना कोशरोना वायरस को काबू किया जा सकेगा।

 
 

कुछ पॉकेट्स को खोलने की जल्दबाजी भारी पड़ सकती है
डॉ. बेदी का कहना है कि बापूधाम कॉलोनी की बीस पॉकेट्स में से अगर दो या पांच पॉकेट्स को बंद रखकर बाकी की पॉकेट्स खोली जाएंगी तो पूरे शहर के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए पहले कॉलोनी के बफर जोन की रैंडम टैस्टिंग पूरी की जाए और उसके बाद अगले चौदह दिन में कालोनी को खोलना ही उचित होगा। जल्दबाजी में ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए जिसकी वजह से बाद में पछताना पड़े।

 

पी.जी.आई. ने ज्यादा टैस्टिंग और मैपिंग की सिफारिश की है: धीर
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन चंडीगढ़ के प्रधान प्रो. राजेश धीर का कहना है कि बापूधाम में अब ज्यादा से ज्यादा टैस्टिंग की जा रही है और इसी वजह से ज्यादा पेशैंट्स सामने आ रहे हैं। उम्मीद  है कि जल्द ही स्थिति संभल जाएगी। प्रशासन के साथ पी.जी.आई. और एसपट्र्स की टीम है जो स्थिति सुधारने के लिए परामर्श दे रही है, जो भी फैसले लिए जाएंगे, सोच समझ कर ही लेंगे। पी.जी.आई. एसपट्र्स की टीम भी प्रशासन को बापूधाम कॉलोनी कोरोना मुत किए जाने के बाबत ज्यादा से ज्यादा टैस्टिंग और मैपिंग की सिफारिश दे चुकी है। 

pooja verma

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