15 दिन में पंचकूला में डॉग बाइट की चौथी घटना, अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन नहीं

Friday, Jul 19, 2019 - 12:27 PM (IST)

पंचकूला(आशीष): पंचकूला में आवारा कुत्तों का कहर जारी है। बुधवार को सैक्टर-6 निवासी उमेश कुमार को कुत्ते ने काट लिया। जब वह सिविल अस्पताल में एंटी रैबीज का इंजैक्शन लगवाने गए तो पता चला कि स्टॉक खत्म हो चुका है। मजबूरन उन्हें बाहर से महंगे दामों में वैक्सीन खरीद कर लगवानी पड़ी।  कंपनी ने एंटी रैबीज वैक्सीन की सप्लाई बंद कर दी है। 

सैक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल में एमरजैंसी स्थिति से निपटने के लिए ही इसका सीमित स्टॉक है। कुछ दिन पहले सैक्टर-4 में एक बच्ची अनन्या के चेहरे को आवारा कुत्ते ने बुरी तरह से नोच लिया था। अनन्या को गंभीर हालत में पी.जी.आई. में भर्ती करवाया गया था, जहां उसकी कई सर्जरी हुई। 15 दिनों में डॉग बाइट की यह चौथी घटना है।

हर रोज जिले में 13 लोग बन रहे आवारा कुत्तों के शिकार
जिले में हर रोज औसतन 13 लोग आवार कुत्तों के शिकार बन रहे हैं। यह तो उनकी संख्या है जो 2839 लोग सिविल हॉस्पिटल में बीते 7 माह में एंटी रैबीज इंजैक्शन लगवाने पहुंचे थे। कई लोग ऐसे भी हैं जो जागरूकता के अभाव में इसे नजरअंदाज कर देते हैं और झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं या फिर प्राइवेट डाक्टरों से इलाज करवाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कुत्ते  के काटने पर 24 घंटे के अंदर एंटी रैबीज इंजैक्शन लगवाना चाहिए, नहीं तो पीड़ित की जान भी जा सकती है।

स्टॉक में सिर्फ पहली डोज ही उपलब्ध 
सिविल अस्पताल में एक सप्ताह से एंटी रैबीज इंजैक्शन खत्म हैं। डॉक्टर तो ओ.पी.डी. पर्ची में वैक्सीन लगवाने के लिए लिख रहे हैं लेकिन जब पीड़ित इंजैक्शन रूम में जाते हैं तो वहां तैनात स्टाफ वैक्सीन खत्म होने की बात कहकर उन्हें वापस भेज देता है। एमरजैंसी में आने वाले मरीज को सिर्फ इलाज के दौरान पहली डॉज लगाकर भेज दिया जाता है। बाकी वैक्सीन बाहर से लगवाने को कहा जाता है। 

निगम का हैल्प डैस्क सिर्फ नाम का
नगर निगम की ओर से सैक्टर-6 सिविल अस्पताल में हैल्प डैस्क स्थापित किया है। वहां पर तैनात डाटा आपरेटर श्याम सिंह ने बताया कि उनका काम सिर्फ यह है कि जिस व्यक्ति को कुत्ते ने काटा है, उसकी इलाज करवाने में मदद करनी है।

bhavita joshi

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