डेढ़ साल के मासूम को कुत्तों ने नोचा,10 मिनट तक नोचते रहे कुत्ते

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 08:19 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : सैक्टर-18 के पार्क में खेल रहे डेढ़ साल के मासूम आयुष को कुछ आवारा कुत्तों ने बुरी तरह से नोच लिया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई है। सैक्टर-19 थाना पुलिस ने आयुष के शव को सैक्टर-16 अस्पताल के शवगृह में रखवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। 

वहीं, इस बात की सूचना पाते ही हरकत में आई नगर निगम की टीम ने सैक्टर-18 पार्क से कुत्तों को उठा लिया है। आयुष की कमर के निचले हिस्से, सिर व गर्दन के निचले हिस्से में गहरे घाव पाए गए हैं।

जानकार के पास छोड़कर काम पर चली गई मां :
आयुष की मां ममता ने बताया कि वह सैक्टर-38 में रहती है और सैक्टर-18 के घरों में काम करती है। बच्चों की छुट्टियां होने के चलते रविवार को वह तीनों बेटों और बेटी को अपने साथ ले आई थी। 

वह काम करने के लिए चली गई और बच्चों को पार्क के पास चाय की दुकान लगाने वाली अपनी जानकार के पास छोड़ दिया। कुछ समय बाद चारों बच्चे पार्क में लगे झूलों पर खेलने लगे। 

इस दौरान अचानक पार्क में तीन-चार कुत्ते आ गए। इन कुत्तों को देख आयुष के तीनों बहन-भाई डर के मारे झूले पर चढ़ गए। आयुष नीचे ही रह गया। सभी कुत्ते उस पर टूट पड़े और उसे नोचना शुरू कर दिया। आयुष के तीनों भाई-बहन जो पांच साल से कम उम्र के हैं, वे मदद के लिए शोर मचाकर किसी को बुला भी नहीं पाए। 

कुत्ते करीब पांच से 10 मिनट तक आयुष को नोचते रहे। आसपास के लोगों ने जब कुत्तों को इस कदर बच्चे को नोचते हुए देखा तो उन्होंने कुत्तों को भगाकर बच्चे को उठा लिया। बुरी तरह से लहूलुहान हालत में आयुष को लेकर लोग सैक्टर-16 अस्पताल पहुंचे। यहां उपचार के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया।  

घर में सबसे छोटा था आयुष :
आयुष घर में सबसे छोटा था। उसकी मौत पर मां और दादी का रो-रो कर बुरा हाल था। वहीं, अपने छोटे भाई को अपनी आंखों के सामने कुत्तों द्वारा नोचते देखने के बाद तीनों भाई-बहनों में दहशत बनी हुई है। 

निगम ने पार्क से उठाया कुत्ता :
नगर निगम ने इस घटना के बाद ही एरिया में टीम को भेज दिया और पार्क से एक कुत्ते को उठा लिया। उसे निगरानी में रखा जा रहा है। इस संबंध में अधिकारी एम.एस. कंबोज ने बताया कि यह कहना मुश्किल है कि वही कुत्ता है या नहीं, जिसने  बच्चे को काटा था। वह प्रयास कर रहे हैं कि कुत्ते की पहचान की जा सके। 

डॉग बाइट के केसों में लगातार वृद्धि :
शहर में 1200 आवारा कुत्ते हैं और कुत्तों के काटने के केसों में लगातार वृद्धि हो रही है। निगम के पास एकमात्र विकल्प इनकी नसबंदी करने का है। रिकार्ड के अनुसार शहर में हर साल डॉग बाइट के करीब 1100 केस आते हैं। निगम के सैक्टर-19 और 38 डिस्पैंसरी में एंटी रैबीज क्लीनिक चल रहे हैं। इनमें रोजाना 15 से 20 केस आवारा कुत्तों के काटने के आते हैं और इतने ही केस पेट डॉग के भी हो जाते हैं। 


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