कोरोना की चपेट में आ रहे  डॉक्टर्स और हैल्थ वर्कर्स, GMCH में आने वाले हर मरीज की होगी टैस्टिंग

punjabkesari.in Tuesday, Apr 28, 2020 - 10:42 AM (IST)

चंडीगढ़ (रवि पाल): जी.एम.सी.एच. 32 में पिछले 4 दिनों से डॉक्टर्स और हैल्थ वर्कर्स कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। अभी जी.एम.सी.एच. ही शहर का पहला ऐसा अस्पताल है जहां डॉक्टर्स में 'कोरोना पाया गया है। सोमवार को जी.एम.सी.एच.-32 के एनेस्थीसिया डिपार्टमैंट की दो फीमेल व एक अन्य डॉक्टर में कोरोना वायरस पाया गया। संक्रमण को रोकने ओर डॉक्टर्स की सेफ्टी को देखते हुए अब अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों की टैस्टिंग की जाएगी।

 

डायरैक्टर डा. बी.एस. चबन ने बताया कि स्टाफ की सेफ्टी बहुत जरूरी है।रैजीडैंट डॉक्टर्स और हैल्थ वर्कर्स से मीटिंग की गई है। जिसके बाद फैसला लिया गया है हॉस्पिटल में टैस्टिंग कौ सुविधा को बढ़ाया जाएगा। हमारे पास किट्स और दूसरी सुविधाएं हैं लेकिन इसमें एक चीज का ध्यान रखा गया है कि अगर कोई मरीज एमरजैंसी की हालत में आता है और वह टैस्ट का इंतजार नहीं कर सकता तो उसे उसी वक्‍त इलाज दिया जाएगा।

 

हॉटस्पॉट को नहीं करेंगे इग्नोर 
डायरैटर डा. बी.एस. चवन ने बताया कि चंडीगढ़ कंटेनमैंट जोन बन गया  है। कुछ हॉट स्पॉट को भी मार्क किया गया है। अगर ऐसे में इन जगहों से कोई मरीज हॉस्पिटल में आता है तो उसे अनदेखा नहीं किया जाएगा। जिस भी मरीज पर अगर शक होता है तो कोशिश रहेगी कि उसकी टैस्टिंग जरूर हो। 


 

सबको मिलेगी पी.पी.ई. किट
आई.सी.एम.आर. की गाइड लाइन थी कि एमरजैंसी में काम कर रहे डॉटरों को एन 95 मार्स ओर ग्लव्स दिए जाएंगे लेकिन डॉटरों में बढ़ते इंफेशन को देखते हुए डॉटरों ने पी.पी.ई. किट्स की डिमांड की है, जिसे एडमिनिस्ट्रेशन ने मान लिया है। डायरैटर ने कहा कि हमारे पास पी.पी.ई. किट्स की कमी नहीं है। एक महीने का स्टॉक अभी मौजूद है। जल्द ही और मंगवा लिया जाएगा। 

 

कोई चांस नहीं लेना चाहते
डा. चवन कहते है कि जिस तरह से स्टाफ एसपोज हो रहा है, उसे देखते हुए हम कोई चांस लेना नहीं चाहते इसलिए यह फैसले लिए गए हैं। न सिर्फ डॉटर्स बल्कि सभी को सेफ रखना हमारे लिए जरूरी है ताकि मरीजों को अच्छा इलाज मिल सके। 



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pooja verma

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