डॉ. पुरी को फिर मिली कुर्सी, धीमान हुए आउट

Tuesday, Aug 09, 2016 - 11:40 AM (IST)

चंडीगढ़, (रश्मि हंस): डॉक्टर संदीप पुरी को एक बार फिर सैक्टर-26 स्थित होम्योपैथी मैडीकल कालेज एवं हॉस्पिटल के प्रिंसिपल की कुर्सी मिल गई है, जिन्होंने पदभार भी संभाल लिया है। डा. संदीप पुरी ने रिटायर हो चुके पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर के.के. धीमान को पद पर बने रहने की मिली स्टे को चुनौती दी थी। उक्त याचिका उन्होंने डा. धीमान को मिली स्टे से पहले ही दाखिल की थी जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 5 अगस्त को उनके प्रिंसिपल बनने की हरी झंडी दे दी थी। गौरतलब है कि डॉ. के.के. धीमान के 31 मई को सेवानिवृत्त होने के बाद सिन्योरिटी के आधार पर डॉ. संदीप पुरी को बतौर प्रिंसिपल का चार्ज 20 जून को दे दिया गया था, वहीं डॉक्टर के.के. धीमान द्वारा सेवानिवृत्ति आयु 60 से 65 वर्ष के विवाद संबंधी याचिका पर भी 20 जून को ही सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मामले को देखते हुए डाक्टर धीमान को ही नई नियुक्ति होने तक प्रिंसिपल पद पर बने रहने के आदेश जारी किए थे। याचिकाकर्ता की और से कोर्ट को यह जानकारी नहीं दी गई थी कि डाक्टर पुरी को प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया गया है। कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर 22 जून को डा. धीमान ने फिर से प्रिंसिपल की कुर्सी संभाल ली थी और मात्र दो दिन बाद ही डाक्टर संदीप पुरी को कुर्सी छोडऩी पड़ गई थी। 
 
 
एडहॉक कमेटी देखेगी प्रबंधन 
कालेज की मैनेजिंग कमेटी की बजाय एडहॉक कमेटी अब हॉस्पिटल से संबंधित मसले देखेगी। यह फैसला कालेज प्रबंधन की जनरल बॉडी ने किया है। इसकी पुष्टि एडहॉक कमेटी के कंवीनर पी.के. मित्तल ने की है। उन्होंने बताया कि मैनेजिंग कमेटी के चुनाव 10 अगस्त को होने थे, लेकिन अभी तक इसके लिए एजैंडा भी तैयार नहीं किया जा सका, ऐसे में जनरल बॉडी ने निर्णय लिया है कि जब तक मैनेजिंग कमेटी के चुनाव नहीं हो जाते तब तक एडहॉक कमेटी ही मैनेजमैंट कमेटी की जगह कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि आगामी 4 सितम्बर को मैनेजिंग कमेटी के चुनाव होने हैं। मैनेजिंग कमेटी के चुनाव होने के बाद चुनी हुई मैनेजिंग कमेटी कार्यभार संभालेगी ।  
 
यहां से शुरू हुआ विवाद
31 मई, 2016 में डा. के.के. धीमान की कालेज से बतौर प्रिंसिपल 60 वर्ष की आयु में रिटायरमैंट के बाद भी वह अपने पद पर पहले की तरह ही बने रहे। उन्हें सेवानिवृत्त आयु 60 से 65 वर्ष होने के फैसले का इंतजार था जिसे लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 200 से अधिक याचिकाएं पैंडिंग है। इस मुद्दे पर मैनेजिंग कमेटी, पंजाब यूनिवर्सिटी के कैलेंडर और सैंटर काऊंसिल ऑफ होमियोपैथी (सी.सी.एच.) की गाइडलाइन को लेकर विवाद चल रहा था। पी.यू. की ओर से पहले ही क्लीयर कर दिया गया था कि डा. के.के. धीमान 60 वर्ष की उम्र के बाद प्रिंसिपल पद पर बने नहीं रह सकते।
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