PGI डिसएबल कर्मी से भेदभाव का मामला पहुंचा दिल्ली डिसएबिलिटी कमीशन

Friday, Nov 17, 2017 - 01:24 AM (IST)

चंडीगढ़, (पाल): पी.जी.आई. स्कूल ऑफ नर्सिंग एजुकेशन की कर्मी मनिंद्र के मैंटली हरासमैंट के मामला अब दिल्ली डिसएबिलिटी कमीशन तक पहुंच गया है। पी.जी.आई. डिसएबल यूनियन ने पी.जी.आई. निदेशक प्रो. जगत राम को भी शिकायत भेजी है। यूनियन ने बताया कि घटना करीब 2 महीने पहले की है, इसके बावजूद मामले की कोई जांच नहीं की जा रही है।

कई बार उन्होंने पी.जी.आई. प्रशासन से जांच को लेकर बात भी की लेकिन इसके बाद भी गंभीरता नहीं दिखाई जा रही। इसके मद्देनजर उन्होंने निदेशक के साथ-साथ दिल्ली डिसएबल कमीशन के चीफ कमिश्नर को भी शिकायत की है।

सितम्बर में मामला सामने आने के बाद निदेशक ने जांच के लिए कमेटी गठित की थी। साथ ही पी.जी.आई. डिसएबल यूनियन ने साफ कह दिया है कि अगर जल्द ही इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वह कोई बड़ा फैसले लेने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

यह थी शिकायत

पी.जी.आई. के स्कूल ऑफ नर्सिंग में बतौर क्लीनिकल इंस्ट्रक्टर कार्य कर रही मनिंद्र दीप कौर ने पी.जी.आई. निदेशक को मैंटली हरासमैंट की शिकायत दी थी। 70 प्रतिशत फिजिकली डिसएबल मनिंद्र कौर करीब दो वर्षों से नाइन में क्लीनिकल इंस्ट्रक्टर की पोस्ट पर कार्य कर रही है।

 शिकायत में लिखा था कि डिपार्टमैंट में ही उसकी डिसएबिलिटी का मजाक बनाया जाता है व साथ ही उनके साथ भेदभाव किया जाता है। डिसएबल यूनियन के मुताबिक कई माह ऐसा भेदभाव किया जा रहा है लेकिन पिछले दिनों से कई घटनाओं को देखने के बाद उन्होंने शिकायत पी.जी.आई. निदेशक को सौंपी थी।

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