दिल्ली रैली के लिए भीड़ जुटाकर पार्टी हाईकमान अपने जनाधार का अहसास करवाएंगे हुड्डा

Tuesday, Aug 16, 2022 - 08:20 PM (IST)

चंडीगढ़,(दीपक बंसल): नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस द्वारा आयोजित महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर 28 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में हल्ला बोल रैली में भीड़ जुटाकर पार्टी हाईकमान को अपनी ताकत का अहसास करवा सकते हैं। इस रैली में भीड़ जुटाने के संदर्भ में हुड्डा ने कल 17 अगस्त को चंडीगढ़ स्थित अपने निवास स्थान पर विधायक दल की बैठक बुलाई है। 18 अगस्त को कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी प्रदेशाध्यक्षों व विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई है और इस बैठक में हुड्डा रैली की तैयारियों का ब्यौरा रखेंगे। यहां बता दें कि कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली रैलियों में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी पहले भी हुड्डा की ही लगती रही है तो ऐसे में इस बार भी हुड्डा को यह जिम्मा सौंपा गया है। 

 


कल की बैठक में सभी विधायकों को दिल्ली रैली में भीड़ लाने का टारगेट दिया जाएगा। प्रदेश में 30 कांग्रेस विधायक हैं। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी हुड्डा गुट के हैं। कुलदीप बिश्नोई भाजपा में चले गए, जबकि किरण चौधरी के इस बैठक में शामिल होने की संभावना नहीं है। किरण अलग से अपने समर्थक कार्यकत्र्ताओं को दिल्ली रैली में लेकर पहुंचेंगी। राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुर्जेवाला पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हैं। ऐसे में कांग्रेस की दिल्ली में हो रही हल्ला बोल रैली में भीड़ जुटाने का पूरा दारोमदार हुड्डा गुट पर टिका है। वहीं, कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी दीपेंद्र हुड्डा ने उपचार की अवधि में ही दिल्ली रैली में भीड़ जुटाने को प्रयास आरंभ कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 28 अगस्त को यमुनानगर में होने वाले कार्यक्रम को अब स्थगित कर दिया गया है। इस दिन चूंकि नई दिल्ली में कांग्रेस की अखिल भारतीय स्तर की हल्ला बोल रैली है। अगली तारीख की घोषणा बुधवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में की जा सकती है। 
 

 

किरण द्वारा अपने समर्थकों को एकजुट करने का प्रयास शुरू 
हुड्डा गुट से अलग-थलग पड़ी किरण चौधरी ने भी अपने समर्थकों को लामबद्ध करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। किरण चौधरी ने सोमवार को अपने खास समर्थकों की बैठक में इस लड़ाई की शुरूआत करने का अहम निर्णय लिया है। किरण राज्य के सभी जिलों में जाकर समर्थकों को एकजुट करेंगी। पहले चरण में फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, जींद, गुरुग्राम और करनाल शामिल हैं। इनमें किरण चौधरी अपनी पार्टी के मायूस वर्करों के घर जाएंगी। उनके साथ संवाद करेंगी। कार्यकत्र्ताओं के घर पर चार, दोपहर के भोजन और रात्रि ठहराव के कार्यक्रम रखे जाएंगे। रात्रि ठहराव के दौरान संवाद में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही क्षेत्रीय रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। कुरुक्षेत्र जिले से 29 अगस्त को इस अभियान की शुरूआत भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ होगी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हर जिले में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम का आयोजन कर रखा है। किरण चौधरी के कार्यक्रमों को हुड्डा के विपक्ष आपके समक्ष की राजनीतिक काट के रूप में पेश किया जा रहा है। किरण के समर्थकों ने उनके दौरे को किरण कार्यकत्र्ताओं के द्वार का नाम दिया है।

 


किरण चौधरी के गुरुग्राम फार्म हाऊस पर हुई खास समर्थकों की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल और स्व. सुरेंद्र सिंह के पुराने समर्थकों को भी एकजुट करने का निर्णय लिया गया है। पांच जिले पूरे होने के बाद अगले 5 जिलों में ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साल भर चलने वाले इन कार्यक्रमों के आखिर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। राज्य स्तरीय को-आर्डीनेशन कमेटी का गठन कर दिया गया है। आधा दर्जन कमेटियां और बनाई गई हैं, जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई हंै।
 

 

पंचायत चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में भाजपा की बैठक आज
पंचायत चुनाव सितम्बर में संभावित है क्योंकि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी ऐलान किया था कि 30 सितम्बर पहले पंचायत चुनाव संपन्न हो जाएंगे। भाजपा ने इन चुनावों के लिए तैयारियांं शुरू कर दी है। भाजपा ने 17 सितम्बर को शिक्षा मंत्री कंवरपाल की अध्यक्षता में बैठक पार्टी प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई है और इस बैठक में पंचायती चुनावों को रणनीति तैयार की जाएगी। भाजपा का जनाधार शहरों में ज्यादा माना जाता है और भाजपा गांवों में अपना आधार बढ़ाने का लागातर प्रयास कर रही है। 
 

Ajay Chandigarh

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