डेराबस्सी निवासी ने लगाया सी.आई.ए. खरड़ पर अवैध हिरासत रखने आरोप

punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2019 - 12:14 PM (IST)

जीरकपुर (गुरप्रीत): डेराबस्सी निवासी एक व्यक्ति ने सी.आई.ए. खरड़ पर अवैध तरीके से हिरासत में रखने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। डेराबस्सी में चिकन कॉर्नर चलाने वाले विनीत गुलाटी ने जीरकपुर में एक प्रैस वार्ता कर सी.आई.ए. खरड़ पर संगीन आरोप लगाए हैं।  विनीत गुलाटी ने कहा सी.आई.ए. स्टाफ खरड़ के इंचार्ज और पुलिस ए.एस.आई. गुरप्रताप सिंह उसके चिकन कॉर्नर के बाहर शराब पीने वाले लोगों के चलते उसे परेशान कर रहे हैं और उससे महीना 50,000 रुपए मांग रहे हैं। 

 

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि ए.एस.आई. गुरु प्रताप सिंह ने उसे 21 नवम्बर को फोन कर सी.आई.ए. खरड़ बुलाया और जब अपने दोस्त के साथ सी.आई.ए. खरीद के दफ्तर पहुंचा तो उन्होंने उसे बिना किसी वजह हिरासत में ले लिया और उसके साथ मारपीट की। एक घंटा बाहर न आने पर उसका दोस्त किसी झूठे मुकदमों में न फंसाने के डर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट में मामले की सुनवाई 9 दिसंबर को होगी।


 

पुलिस ने फोन पर 50 हजार रुपए मांगे
शिकायतकर्ता ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने अपने सरकारी नम्बर से उसकी बात उसके दोस्त गुरप्रीत सिंह के साथ स्पीकर फोन के द्वारा करवा पचास हजार रुपए लाने के लिए कहा। परंतु उसके दोस्त की तरफ से फोन और हाई कोर्ट वारंट अफसर लाने की बात कही दी। यह सुनकर पुलिस ने उसे तकरीबन साढ़े चार बजे बाहर निकाल दिया।  

 

शाम को तकरीबन सात बजे हाई कोर्ट से वारंट अफसर मौके पर पहुंचा। परंतु इस दौरान वह बाहर था। शिकायतकर्ता ने कहा सी.आई.ए. स्टाफ पुलिस की तरफ से वारंट अफसर को सिर्फ बाद की सी.सी.टी.वी. फुटेज दिखाई गई। इस संबंधी हाईकोर्ट की तरफ से पुलिस से सभी दिन की सी.सी.टी.वी. फुटेज मांगी गई है। 

 

शिकायतकर्ता ने कहा कि उसकी तरफ से इस मामले की पूरे सबूतों समेत सी.आई.ए. पुलिस के एक ए.एस.आई. गुरप्रताप सिंह की तरफ से उसे फोन कर बुलाने की रिकार्डिंग समेत अन्य सभी दस्तावेजों के साथ एक शिकायत विजीलैंस के डायरैक्टर को की है। उनकी तरफ से मामले की जांच कर इंसाफ देने का भरोसा दिया है।

 

‘पुलिस को फंसाने की कोशिश में खुद फंसेगा’
सी.आई.ए.स्टाफ खरड़ के इंचार्ज सुखबीर सिंह ने कहा कि पूरे जिला मोहाली में सैंकड़ों छोटे-बड़े चिकन कॉर्नर हैं। जिनको कभी सी.आई.ए. से शिकायत नहीं आई। इस व्यक्ति की तरफ से पूरे योजनाबद्ध तरीके से सी.आई.ए. स्टाफ को झूठे मामले में फंसाने के लिए साजिश रची थी। जिसके अंतर्गत इसने हाईकोर्ट से वारंट भी करवाया था। 

 

पुलिस को झूठे मामले में फंसाना चाहता था। उक्त व्यक्ति कानून का दुरुपयोग कर रहा था जिसमें अब यह खुद फंस गया है। वह कोर्ट में सबूतों के साथ जवाब देंगे। वहीं, ए.एस.आई. गुरप्रताप सिंह ने उन पर ले आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है जहां वह अपना जवाब देंगे।


 


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pooja verma

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