ट्रायल के लिए खोला डेराबस्सी फ्लाईओवर

punjabkesari.in Wednesday, May 25, 2016 - 09:27 AM (IST)

चंडीगढ़। अम्बाला-चंडीगढ़ हाइवे पर डेराबस्सी में बने फ्लाईओवर पर अम्बाला की ओर से वाहनों की एकतरफा आवाजाही ट्रायल के तौर पर मंगलवार दोपहर खोल दी गयी। हालांकि दोतरफा आवाजाही खुलने में एक महीने और इंतजार करना पड़ सकता है परंतु स्थानीय लोगों समेत राहगीरों को अभी से पुल के नीचे जाम जैसी स्थिति से काफी राहत मिलने लगी है। निर्माण कंपनी गावर कंस्ट्रक्शंस लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिंदर सिंह ने बताया कि ट्रायल के दौरान कंपनी फ्लाईओवर पर ट्रैफिक सेफ्टी के लिए जरूरी तकनीकी सुधारों का अध्ययन कर रही है। एकतरफा आवाजाही केवल लेन की मार्किंग के दौरान एक दिन के लिए बंद की जा सकती है। पुल के ऊपर और नीचे ट्रैफिक दबाव काफी कम हो गया है। निर्माण कंपनी को सर्विस सड़कों की मरम्मत और रिकॉर्पेटिंग के लिए पीक आवर्स में भी खुला समय मिल गया है।
 
तारों ने रोका चंडीगढ़ की ओर से प्रवाह : 
चंडीगढ़ की आेर से अावाजाही बंद रखने की वजह है ओवरहेड 220 केवी हाईटेंशन तारें जिसने निर्माण कंपनी समेत राहगीरों की टेंशन बढ़ा दी है। इन तारों ने निर्माण कंपनी की तेज रफ्तार पर अनचाहे ब्रेक लगा दिए हैं। यह विलंब हाईटेंशन तारें ऊंची करने तक जारी रहेगा। गावरे कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिंदर सिंह के अनुसार सेफ्टी नियमों और मापदंड के चलते चंडीगढ़ की ओर से आवाजाही बंद रखी गयी है। इसके लिए 66 लाख रुपए का एस्टीमेट तैयार कर डिटेल रिपोर्ट बीबीएमबी को भेज दी गयी है।
 
मुख्य बातें : 
पुल की लंबाई: 1.14 किलोमीटर
गुजरने वाले वाहनों की कुल संख्या : 35000 प्रतिदिन
प्रोजेक्ट निर्माण की कुल लागत : 90
करोड़ रुपये, कुल डिवाइडर : 10
 
10 डिवाइडर से निकलेंगे 3 रास्ते :
फ्लाईओवर के नीचे बने 10 डिवाइडरों से 3 रास्ते निकाले जाएंगे जिनसे क्रमश: बरवाला, प्रीत नगर और मेन मार्केट की ओर ट्रैफिक का प्रवाह होगा। गौरतलब है कि इसके साथ ही डेराबस्सी में मेन रोड की चौड़ाई 6 मीटर बढ़ाई गयी। पुल की लंबाई भी आरंभ में 920 मीटर थी, जिसमें बाद में 220 मीटर का इजाफा किया गया।
 
समय से पहले पूरा होने की उम्मीद :
फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के बारे में खास बात यह है कि यह डेडलाइन से पहले बन रहा है। इसका निर्माण पूरा होने की डेडलाइन इस साल अक्तूबर थी, लेकिन इसके जुलाई तक बन कर तैयार होने व दोनों तरफ से आवाजाही चालू होने की उम्मीद है। करीब 40 किलोमीटर लंबे अम्बाला-चंडीगढ़ हाईवे पर यह चौथा फ्लाईओवर है।

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