कीचड़ में फंसे 2 बछड़ों समेत 4 गौवंश की तड़प-तड़प कर मौत

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 11:44 AM (IST)

लालडू(गुरप्रीत) : प्रशासन की अनदेखी के चलते गांव मगरा में जिला स्तरीय सरकारी गौशाला में गायों की हालत दिन प्रति-दिन दायनीय होती जा रही है। गौशाला में बदइंतजामी के कारण गाय लगातार दम तोड़ रही है। कड़कती ठंड के बाद बारिश में भीगती गाएं बीमारी की चपेट में आ रही है।

मंगलवार को गौशाला में फैले कीचड़ में फंसी गाय के करीब डेढ़ साल के दो बछड़ों को बचाने वाला कोई नहीं था और धीरे-धीरे तड़प-तड़प उनकी सांसे रुक गई। इसके अलावा दो अन्य गौवंश की भी आज मौत हुई। डिप्टी कमिश्नर पर लगातार गौशाला में मरती गऊंए को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं लेकिन उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। वहीं नगर काउंसिल लालडू के दफ्तर के आगे समाज सेवी संस्थाओं व स्थानीय लोगों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। 

रोष व्यक्त कर रहे समाज सेवी श्याम कुमार शर्मा, वेद प्रकाश नंबरदार, जसपाल सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, अमरजीत सिंह, भूपिंदर राणा, नंबरदार लज्जा राम, नंबरदार गुरमीत सिंह, परदीप शर्मा समेत अन्य कई लोगों ने कहा कि गौशाला में गायों की हालत काफी दायनीय है लेकिन प्रशासन खामोश है। 

गायों की ऐसी हालत के लिए जिम्मेदार ध्यान फाउंडेशन पर डिप्टी कमिश्नर इस कदर मेहरबान है कि कार्रवाई करने की बजाए उसके ही हवाले गौशाला कर दी है। जबकि ध्यान फाउंडेशन की देखरेख में बड़ी संख्या में गौवंश की मौत हुई है। 

वह मांग कर रहे हैं कि ध्यान फाउंडेशन को हटाकर किसी जिम्मेवार को गौशाला की देखरेख दी जाए। प्रदर्शनकारियों ने चेताया कि यदि मांगों पर ध्यान न दिया गया तो वह डेराबस्सी एस.डी.एम. दफ्तर का घेराव करेंगे। इसके अलावा गायों को बचाने के लिये जो भी कदम उठाना पड़ेगा वह उठाएंगें।

बदइंतजामी के कारण दो दिन से कीचड़ में गाय :
बारिश के चलते गौशाला में बदइंतजामी ऐसी कि वहां हर तरफ कीचड़ फैल जाता है। दो दिन से बड़ी संख्या में गाय कीचड़ में ही खड़ी हैं। ठंड में कांपती गायों को खाने के लिए चारा नहीं मिल रहा। ऐसी दायनीय हालत में गायों को बचाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से लपरवाह है।

गौशाला में तूड़ी की जगह डाली जाती है पराली :
गौशाला में बदइंतजामी तो है वहीं गायों के खाने के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। पैसे बचाने के चक्कर में गायों को तूडी की जगह पराली कुतर कर डाली जा रही है। पराली में हरा चारा नहीं मिलाया जाता जिससे गायों के स्वास्थ्य के लिये यह बहुत हानिकारक है लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। 

हरा चारा गारे में, उठाने को कोई नहीं :
वैसे तो गौशाला में गायों की संख्या अनुसार आज भी गौशाला में हरा चारा नहीं आ रहा लेकिन जो आ रहा है उसकी भी बेकदरी हो रही है। दो दिन से हरा चारा यहां गारे में गिरा पड़ा है। जिसे उठाने वाला कोई नहीं। 


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Priyanka rana

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