8 जनवरी को मिल जाएगा शहर को नया मेयर

punjabkesari.in Saturday, Dec 19, 2020 - 09:46 PM (IST)

चंडीगढ़, (राजिंद्र): चंडीगढ़ नगर निगम को नया मेयर 8 जनवरी को मिल जाएगा। यू.टी. प्रशासन ने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर चुनाव के लिए तारीख तय कर दी हैं। डिप्टी कमिश्नर मंदीप सिंह बराड़ जो मेयर चुनाव आयोजित करवाते हैं, उन्होंने कहा कि 8 जनवरी मेयर चुनाव के लिए तय की गई है। नामांकन भरने की अंतिम तिथि समेत डिटेल शैड्यूल जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। चुनाव के लिए मनोनीत पार्षद अजय दत्ता को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। मेयर की उम्मीदवारी के लिए भारतीय जनता पार्टी में लॉबिंग भी शुरू हो गई है। 

 


मेयर पद की उम्मीदवारी के लिए बी.जे.पी. में लॉबिंग शुरू 
इस बार मेयर सीट जनरल कैटेगरी के लिए रिजर्व है। सत्तापक्ष भाजपा के लिए अपना उम्मीदवार फाइनल करना बहुत मुश्किल होगा, क्योंकि मेयर सीट की उम्मीदवारी के लिए कई पार्षद लाइन में है। इसमें सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा और शक्ति प्रकाश देवशाली का नाम प्रमुख है। इसके अलावा अन्य पार्षद भी लाइन में हैं, जिन्होंने मेयर सीट की उम्मीदवारी पाने के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है। बी.जे.पी. के अनुभवी नेता अरुण सूद और आशा जसवाल को भी उम्मीदवारी दी जा सकती है लेकिन इसकी संभावनाएं कम हैं, क्योंकि सूद दो बार और आशा जसवाल एक बार पहले मेयर रह चुकी हैं। इसके अलावा पार्षद राजेश गुप्ता और महेशइंद्र सिद्धू का भी उम्मीदवारी के लिए नाम चल रहा है लेकिन फाइनल फैसला तो आने वाले दिनों में ही पार्टी की तरफ से लिया जाएगा। 


पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श के बाद ही फाइन होंगे उम्मीदवार
वर्ष 2021 सत्ता पक्ष के लिए अहम है, क्योंकि यह मौजूद नगर निगम के लिए अंतिम मेयर होगा। वर्ष 2021 में नगर निगम चुनाव होंगे, जिसके चलते अभी से पार्टी को अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भी प्रयास करने होंगे। इस संबंध में बी.जे.पी. प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि वह पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श के बाद ही मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के लिए उम्मीदवार फाइनल करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह ही तीनों सीटों पर पार्टी इस बार मेयर चुनाव में जीत प्राप्त करेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि वह पार्टी प्रभारी और साथी पार्षदों के साथ मीटिंग करेंगे। मीटिंग में उम्मीदवारों के लिए जो भी नाम फाइनल होंगे, हाईकमान के साथ विचार-विमर्श के बाद ही वह उनके नामों की घोषणा कर देंगे। 


निगम हाऊस में बी.जे.पी. का है बहुमत 
मौजूदा नगर निगम हाऊस में बी.जे.पी. को बहुमत प्राप्त है, क्योंकि 27 सदस्यीय हाऊस में बी.जे.पी. के 20 पार्षद हैं। वहीं कांग्रेस के पास 5 पार्षद हैं। हालांकि पार्टी में गुटबाजी के चलते सीनियर नेताओं को क्रॉस वोटिंग का भी डर है क्योंकि पार्टी दो गुटों में बंटी हुई हैं। इसमें एक तो पूर्व बी.जे.पी. प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन गुट है और दूसरा गुट स्थानीय सांसद किरण खेर का है। 


बी.जे.पी. में पहले भी गुटबाजी रही है हावी
बी.जे.पी. में पहले भी अंदरूनी गुटबाजी हावी रही है। वर्ष 2017 में पार्षद हीरा नेगी ने अपने ही पार्षदों पर वित्त एवं अनुबंध समिति के चुनाव में उन्हें हराने का आरोप लगाया था। वर्ष 2018 में देवेश मौदिगल को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था लेकिन अरुण सूद, आशा जसवाल ने अन्य साथी पार्षदों के साथ विरोध में अलग से अपना नॉमिनेशन फाइल कर दिया था और हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद ही अपना नाम वापस लिया था। 


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AJIT DHANKHAR

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