डेढ़ साल में साफ होगा डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राऊंड

punjabkesari.in Wednesday, May 29, 2019 - 01:17 PM (IST)

चंडीगढ़ (विजय गौड़) : चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड (सी.एस.सी.एल.) ने ड्डूमाजरा डंपिंग ग्राऊंड में कूड़े के पहाड़ को वहां से हटाने का प्रोसैस शुरू कर दिया है। इसके लिए कंपनियों से रिक्वैस्ट फॉर प्रोपोजल (आर.एफ.पी.) मांग लिए गए हैं। कूड़े को प्रोसैस करने के लिए कंडीशन रखी गई है कि साइंटिफिक तरीके का ही इस्तेमाल होना चाहिए। 

 

इसके लिए हाईटेक उपकरण और सी.सी.टी.वी. की मदद लेनी होगी। यही नहीं, काम जल्द से जल्द खत्म हो इसके लिए जिस कंपनी को कांट्रैक्ट मिलेगा उसे रोजाना 926 मीट्रिक टन कचरा यहां से उठाकर प्रोसैस करना होगा। महीने में कम से कम 26076 मीट्रिक टन को प्रोसैस करने का टारगेट कंपनी को पूरा करना होगा। 

 

जिस दिन से कंपनी को कांट्रैक्ट मिले, उसके 540 दिन के भीतर पूरा डंपिंग ग्राऊंड साफ करना होगा। निगम के अंतर्गत आने वाले एरिया में वेस्ट पहले प्रतिदिन 250 मीट्रिक टन जनरेट होता था लेकिन अब 450 मीट्रिक टन हो गया है।

 

8.1 हैक्टेयर जमीन होगी खाली
सी.एस.सी.एल. ने अब फैसला लिया है कि डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राऊंड की जमीन से यह सारा कूड़ा साइंटिफिक तरीके से निकालकर इस जमीन को खाली किया जाए। जोकि लगभग 8.1 हैक्टेयर की जमीन में फैला हुआ है। इस वेस्ट की ऊंचाई अब लगभग 10 मीटर तक हो चुकी है।  

 

कंप्यूटराइज्ड तरीके से रिकॉर्ड रखा जाएगा
कंपनी को भार तोलने के लिए ब्रिज भी तैयार करने होंगे। सी.एस.सी.एल. ने कंडीशन रखी है कि कूड़ा प्रोसैस करने का पूरा सिस्टम ऑनलाइन इलैक्ट्रॉनिक और ऑटोमेटिक होगा। 

 

जिसके लिए आधुनिक टैक्नोलॉजी को अपनाया जाएगा और यहां बैकअप सर्वर की सुविधा भी होगी। कितना कूड़ा प्रोसैस किया गया, इसका भी डाटा सुरक्षित रखा जाएगा। 

 

सी.सी.टी.वी. में कैद होगा पूरा प्रोसैस
डंपिंग ग्राऊंड की पूरी साइट पर सी.सी.टी.वी. सर्विलांस सिस्टम की नजर रहेगी। इसके साथ ही कूड़े के भार तोलने का प्रोसैस भी सी.सी.टी.वी. में रिकॉर्ड किया जाएगा। कंपनी की जिम्मेदारी होगी कि सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजीशन (सकाडा) को यहां लगाया जाए। 


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pooja verma

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