सिलैंडर ब्लास्ट मामला, लापरवाही: 19 साल से टंकी पर ही पड़ा था

Tuesday, Jun 09, 2020 - 11:26 AM (IST)

मोहाली (विनोद राणा): रविवार देर रात बलौंगी में हुए क्लोरीन गैस के सिलैंडर बलास्ट मामले में सोमवार सुबह पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू मौके का जायजा लेने पहुंचे। इसकी सूचना मिलते ही संबंधित विभागों के अधिकारी भी वहां पहुंच गए। मंत्री ने पहले पम्प पर काम करने वाले कर्मियों से बातचीत कर स्थिति के बारे में जाना। जिस दौरान पता चला कि जो सिलैंडर बलास्ट हुआ था। 

 

वह गत्‌ 19 सालों से वहीं पानी के टंकी के पास पड़ा हुआ था। इसके बाद मंत्री सिद्ध ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए कहा कि किसी अफसर या फिर कर्मी की लापरवाही सामने आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कौ जाएगी। जिसकी लापरवाही से इतनी बड़ी घटना घटी।

 

पंचायत ने नहीं निभाई अपनी जिम्मेदारी'
मंत्री सिद्धू ने कहा कि बलौंगी के लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाना गांव की पंचायत की जिम्मेवारी  है। लेकिन नई चुनी पंचायत ने इसे गंभीरता से नहीं निभाया। ऐसे में वाटर सप्लाई विभाग लोगों को पानी मुहैया करवाने का काम कर रहा है। ऐसे में ज्यादातर जिम्मेवारी पचांयत की ही बनती है।

 

कर्मियों को 4 माह से नहीं मिला वेतन
वहीं पंप पर काम करने वाले कर्मियों ने बताया कि वह लॉकडाऊन के बीच भी काम कर रहे हैं। लेकिन उन्हें चार माह से सैलरी नहीं मिली है। ऐसे में वह काफी परेशानी मे हैं। इस दौरान मंत्री ने एक कर्मी से पूछा कि या उस तक कोरोना के दौरान बांटी गई राहत सामाग्री पहुंची थी। इस पर उसका जवाब था कि हां उसे पुरानी सरपंच ने दिलवाई थी। फिर उससे पूछा कि या उसका नीला कार्ड है। इस पर उसका जवाब था कि अभी तक कार्ड नहीं बना है।

 

काफी समय से चल रहा है विवाद
बलौंगी में 2 पंचायत आती हैं। कुछ समय पहले हुए चुनाव में दोनों नए सरपंच चुने गए हैं। अभी तक पानी और सीवरेज की सप्लाई पंचायत ने टेकओवर नहीं की है। पंचायत सीवरेज व पानी दोनों की सप्लाई की जिम्मेदारी  मांग रही थी। इसे लेकर दोनों में काफी देर से विवाद चल रहा है। ऐसे में कुछ समय पहले पंचायत मैंबर वाटर सप्लाई विभाग को इसकी चाबिंया सौंप आए थे।

pooja verma

Advertising