PU की साइकिल योजना उलझी रजिस्ट्रार और पूटा अध्यक्ष के बीच

Thursday, May 24, 2018 - 08:45 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी में साइकिल योजना की फाइल फिलहाल रजिस्ट्रार और पूटा अध्यक्ष के बीच उलझ गई है। पूटा अध्यक्ष प्रो. राजेश गिल ने कैंपस में साइकिल योजना शुरू करने से पहले कुछ ऐेसे मुद्दे उठाए हैं, जिन पर रजिस्ट्रार कर्नल जी.एस. चड्डा ने अभी तक कोई सहमति नहीं दी है। इस योजना पर बैठक हुए भी एक माह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि नया सैशन शुरू होने में सिर्फ डेढ़ माह बचा है। 

ध्यान रहे कि पी.यू. कैंपस में गाडिय़ों का ट्रैफिक कम करने के लिए साइकिल को बढ़ावा देने के मकसद से कैंपस में घूमने के लिए स्टूडैंट्स को फ्री में साइकिल देने की योजना बनाई गई है। 200 साइकिलें खरीदने के लिए 12 लाख रुपएका बजट भी तय किया गया है। पी.यू. में साइकिल योजना के प्रस्ताव पर गत 12 अप्रैल को बैठक हुई थी, जिसके न तो मिनट्स पास हुए और न ही योजना आगे बढ़ी। 

पूटा अध्यक्ष प्रो. राजेश गिल ने कहा था कि कैंपस में साइकिल शुरू  करने से पहले कैंपस को व्हीकल फ्री बनाया जाना चाहिए, जिससे कैंपस में साइकिल चलाने वाले स्टूडैंट सुरक्षित रहें। क्योंकि कैंपस में गाडिय़ों का ट्रैफिक इतना ज्यादा है कि कैंपस में साइकिल चलाना सुरक्षित नहीं है। कैंपस में कई शिक्षक और स्टूडैंट साइकिल चलाते वक्त एक्सीडैंट का शिकार हो चुके हैं।

चोरी भी होती हैं साइकिलें :
 प्रो. राजेश गिल ने कहा कि कैंपस में चोरियां भी काफी होती हैं। सबसे ज्यादा चोरी साइकिलों की ही होती है। ऐसे में क्या गारंटी है कि कैंपस से अब यह साइकिलें भी चोरी नहीं होंगी। 

पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला को इस मामले में मॉडल बनाया जा सकता है। क्योंकि वहां के कैंपस को नो व्हीकल जोन बना दिया गया है। कैंपस में साइकिल योजना शुरू की जाए या नहीं, इसको लेकर हॉस्टलों में सर्वे किया गया था। इस सर्वे में सैकड़ों स्टूडैंट्स ने कहा कि  कैंपस में साइकिल योजना शुरू की जानी चाहिए।

Punjab Kesari

Advertising