रेलवे स्टेशन के पास विकास के नाम पर काटे 554 पेड़

punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 01:16 AM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र) : कोरोना काल में रेलवे स्टेशन के पास 554 हरे-भरे पेड़ काटने की परमिशन दे दी गई और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं हुई। ये हैरान करने वाली जानकारी यू.टी. प्रशासन ने एक आर.टी.आई. के जवाब में दी है। वहीं ट्रिब्यून लाईओवर बनाने के लिए यू.टी. प्रशासन 472 पेड़ों को काटने जा रहा था, जिसके खिलाफ शहरभर में मुहिम चली और मामला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंच गया था।

 


कोरोना काल में ज्यादा कटे पेड़
आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता आर.के. गर्ग ने प्रशासन से एक आर.टी.आई. के माध्यम से पूछा था कि 20 अगस्त, 2020 से 8 फरवरी, 2021 के बीच प्रशासन के विभिन्न विभागों ने कितने पेड़ों को काटने की अनुमति दी है। जवाब में यू.टी. प्रशासन के वन विभाग ने बताया कि छह महीने में कुल 703 हरे-भरे व कुछ सूख चुके पेड़ों को काटने की मंजूरी दी गई है। कोरोना काल में सबसे ज्यादा हरे-भरे पेड़ों की बलि चंडीगढ़ में रेलवे स्टेशन के पास चढ़ी है।

यहां 554 पेड़ विकास के नाम पर कटे। पी.जी.आई. और पी.यू. में भी विकास के लिए कई पेड़ों की बलि दी गई। पेड़ों को काटने की मंजूरी देने के साथ विभाग ने काटे गए पेड़ों से पांच गुणा ज्यादा पेड़ लगाने के निर्देश दिए हैं। एक साल में ये लगाए जाने हैं। विभाग ने कहा है कि वह पेड़ काटे जाने के छह महीने के अंदर उस एरिया की जांच भी करेंगे, जहां ये पेड़ लगाए जाने हैं। 


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News Editor

AJIT DHANKHAR

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