राहत : फिलहाल शहर में नहीं बर्ड फ्लू का खतरा, रोजाना तैयार होगी रिपोर्ट

Tuesday, Oct 25, 2016 - 07:57 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : दिल्ली में फैले बर्ड फ्लू से दहशत में आए चंडीगढ़ के लोगों के लिए राहत की खबर यह है कि फिलहाल सिटी ब्यूटीफुल में इस बीमारी का कोई खतरा नहीं है। 20 अक्तूबर को सैक्टर-4 में मृत पाई गई 5 डोमेस्टिक बर्ड की सैंपल रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। फिलहाल यह रिपोर्ट रीजनल डिजीज डायगनोस्टिक लैब्रोटरी, जालंधर के पास ही है लेकिन फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमैंट को फोन पर यह जानकारी दे दी गई है कि सभी मृत डोमैस्टिक बडर््स में बर्ड फ्लू का कोई लक्षण नहीं पाया गया है। हालांकि यह शुरुआती रिपोर्ट थी। अभी एक फाइनल रिपोर्ट भोपाल की लैबोरेट्री से भी आनी है। इसके बाद ही पूरी तरह से स्थिति साफ हो पाएगी। अभी तक की रिपोर्ट में यही खुलासा हुआ है कि शुरूआती रिपोर्ट बेशक नेगेटिव आई हो लेकिन बावजूद इसके प्रशासन के सभी विभागों ने अपनी ओर से सर्विलांस का काम और तेज कर दिया है। खासकर उन एरिया को ज्यादा अहमियत दी जा रही है, जो सुखना लेक के आसपास आते हैं। 

बतखें छोड़ी तो होगी कानूनी कार्रवाई
2014 में बर्ड फ्लू की चपेट में आई डोमेस्टिक बतखों की वजह से अब प्रशासन की ओर से फैसला लिया गया है कि यहां कभी बतखें नहीं रखी जाएगी। अगर बिना परमिशन के ऐसा कोई भी काम किया जाता है तो उसके खिलाफ फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमैंट ने कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया है। दरअसल शहर में कुछ संगठन चाहते हैं कि सुखना लेक में फिर से डोमेस्टिक डक्स को रखा जाए। इस पर अब डिपार्टमैंट द्वारा साफ तौर से कह दिया गया है कि सुखना लेक में अगर कोई बर्ड रिलीज की जाएगी तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। अगर किसी सरकारी या प्राइवेट एजैंसी को सुखना लेक में डक पालनी है तो उसे पहले सैंट्रल जू ऑफ अथॉरिटी की परमिशन लेनी पड़ेगी। 

अब रोजाना तैयार हो रही रिपोर्ट
एनिमल एंड हजबैंड्री डिपार्टमैंट ने एहतियात के तौर पर अब रोजाना रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है। इसमें डेली इंस्पैक्शन की रिपोर्ट शामिल की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ दिनों में बार हेडिड गीज का सुखना लेक में आना शुरू हो जाएगा जो एवियन इंफ्लूएंजा की कैरियर होती है। इसलिए इनके लेक में आते ही सैंपलिंग का काम तेज कर दिया जाएगा। 

माइग्रेटरी बर्ड्स को न किया जाए फीड
प्रशासन सुखना लेक पर जल्द ही जागरुकता अभियान भी शुरू करेगा। इसके तहत लोगों को बताया जाएगा कि लेक के किसी भी हिस्से से माइग्रेटरी बर्ड्स को फीड न किया जाए। हालांकि इसके लिए बकायदा बोर्ड भी लगाए गए हैं। मगर बावजूद इसके डिपार्टमैंट के पास शिकायतें आ रही हैं। 

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