30 रुपए के इंजैक्शनों पर रेमडेसिविर के स्टीकर चिपका कमाए करोड़ों
punjabkesari.in Monday, Jul 05, 2021 - 12:56 AM (IST)
पानीपत, (संजीव): देश के 4 राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड व हिमाचल में नकली रैमडेसिविर के 10 हजार इंजैक्शन बेचकर 5 करोड़ कमाने वाले गिरोह के सरगना व उसके 3 साथियों को पंजाब की रोपड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर सी.आई.ए.-3 पानीपत पुलिस ने उनके पास से 48 लाख रुपए, नकली रैपर और डिब्बे बरामद किए हैं। इन्हीं आरोपियों से पंजाब पुलिस 2 करोड़ रुपए पहले ही बरामद कर चुकी है।
एस.एस.पी. शशांक कुमार सावन ने बताया कि मई में सी.आई.ए.-3 पुलिस ने नकली रैमडेसिविर इंजैक्शन की सप्लाई करते एक युवक गौरव को पकड़ा था जिससे हुए खुलासे के बाद एक डॉक्टर व 2 मैडीकल स्टोर संचालकों को भी पकड़ा गया। वहीं कडिय़ां जोड़ते सी.आई.ए.-3 पुलिस भाखड़ा में नकली इंजैक्शन की खेप फैंकने वाले 6 आरोपियों मोहम्मद शहवार, शाह आलम, मोहम्मद अरसद को पंजाब की रोपड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई व अदालत से 7 दिन के रिमांड पर लिया।
ऑर्डर रिजैक्ट होने पर बनाया फर्जीवाड़े का प्लान
मोहम्मद शहवार ने हैदराबाद स्थित रेमडेसिविर बनाने वाली मूल कंपनी हेट्रोजेट को 30 हजार इंजैक्शन का ऑर्डर दिया, जो कि रिजैक्ट कर दिया गया। इसके बाद उसने फर्जीवाड़े का प्लान बनाया। उसने पंचकूला स्थित सनवेट फार्मा कंपनी को बुखार में दी जाने वाली एंटीबायोटिक पिपरोटेजो (30 रुपए का एक) के 30 हजार इंजैक्शन का ऑर्डर दिया, जिसमें से 12 हजार इंजैक्शन मिले। शहवार ने बताया कि अपने 2 फुफेरे भाइयों के साथ मिलकर इंजैक्शनों के रैपर व डिब्बी बदल दी। स्टीकर हटाने और लगाने का काम मोहाली में हुआ था। रैपर व डिब्बी उसने एक प्रैस से छपवाए थे जिसमें से 10 हजार इंजैक्शन उसने 4 राज्यों में 5 हजार रुपए प्रति इंजैक्शन के हिसाब से बेच दिए तथा पुलिस पकड़ से बचने के लिए बाकी के 2 हजार इंजैक्शन भाखड़ा नहर में बहा दिए। पुलिस ने आरोपियों से 48 लाख रुपए, रैपर व डिब्बी बरामद की हैं। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।