SSP के आदेश के बावजूद थाना प्रभारी नहीं सुलझा पा रहे हत्या, लूट के केस

punjabkesari.in Monday, Oct 23, 2017 - 11:01 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील) : अनसुलझे मामले सुलझाने के लिए सभी थाना प्रभारियों और चौकी इंचार्ज को  एस.एस.पी. ने कड़ी हिदायतें दी हैं, फिर भी थाना पुलिस हत्या, लूट, डकैती और रेप के मामले सुलझाने में पीछे ही नजर आ रही है। अब थाना और चौकी प्रभारियों को यह डर सताने लगा है कि जल्द होने वाले क्राइम मीटिंग में इन मामलों को लेकर वह अपना क्या पक्ष रखेंगे। 

 

हैरानी की बात है कि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा जघन्य अपराधों को सुलझाने के लिए बनाया गया सैल अभी तक एक भी मामला सुलझा नहीं पाया है। कुछ माह पहले क्राइम ब्रांच के एक इंस्पैक्टर को ऐसे जघन्य अपराध से जुड़ा मामला सुलझाने की जिम्मदारी सौंपी थी। 

 

क्राइम ब्रांच की टीम के साथ थाना पुलिस भी ऐसे जघन्य अपराधों के मामले सुलझाने में असफल हो चुकी है। चंडीगढ़ पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती 2010 में हुआ नेहा अहलावत केस है। 7 साल बाद भी चंडीगढ़ पुलिस को इस मामले में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है ना ही मामले में क्लोजर रिपोर्ट पेश की गई है। 

 

पुलिस के लिए पहेली बने ये मामले :
-सैक्टर-21 स्थित शोरूम के बाहर रिक्शा चालक सतन की जून 2017 में गला रेतकर हत्या कर दी गई। सैक्टर-19 थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस को इस मामले में कोई सुराग हाथ नहीं लगा ना ही कोई पैरवी करना वाला। 

-सैक्टर-22 में सड़क किनारे सिगरेट बेचने वाले मोहम्मद नाजिम को जून 2017 बाइक सवार दो युवक ने गोली मार दी क्योंकि नाजिम ने इन्हें सिगरेट नहीं दी थी। सैक्टर-17 थाना पुलिस ने हत्या मामला दर्ज किया। इस हत्या केस में भी चंडीगढ़ पुलिस कोई सुराग जुटा नहीं सकी। 

-हिमाचल सी.एम. की पत्नी के भतीजे आकांक्ष की सैक्टर-9 स्थित कोठी के बाहर बी.एम.डब्ल्यू. से कुचलकर फरवरी 2017 में हत्या कर दी गई। सैक्टर-3 थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर एक आरोपी हरमेहताब सिंह गिल को दबोचा, जबकि मुख्य अरोपी बलराज सिंह रंधावा को पुलिस पकड़ नहीं सकी। पुलिस ने रंधावा पर पचास हजार इनाम रखकर उसे अदालत से भगौड़ा करार करवा दिया। इसके बाद थाना पुलिस ने पल्ला झाड़ लिया और बलराज रंधावा को पकडऩे की जिम्मेदारी पी.ओ. की बन गई। 

-होशियारपुर के खुरदा गांव के सरपंच सतनाम सिंह की हत्या सैक्टर-38 वेस्ट गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर कर दी गई। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया। मामले में पंजाब के गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह, हरिंद्र सिंह रिंदा और हरिंद्र सिंह अकाश पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का ईनाम रखा पर उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया। सरपंच के परिजनों ने केस सोल्व न होने पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब पुलिस जल्द मामले में केस की स्टेटस रिपोर्ट अदालत में पेश करेगी। 

-15 अगस्त को चंडीगढ़ ट्रैफिक पार्क में 12 साल की छात्रा से युवक बलात्कार कर फरार हो गया। छात्रा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। सैक्टर-17 थाना पुलिस ने बलात्कार का केस दर्ज किया लेकिन अभी तक पुलिस केस सोल्व नहीं कर सकी। 

-कॉल सैंटर में कार्यरत युवती से दिंसबर 2016 में ऑटो सवार ओर उसके साथी ने सैक्टर-29 के जंगल में बलात्कार को अंजाम दिया और फरार हो गए। इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस ने युवती की शिकयत पर बलात्कार का केस दर्ज किया। पुलिस ने मामले में ऑटो चालक के दोस्त को काबू किया लेकिन अभी तक ऑटो चालक को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। बलात्कार मामले में भी चंडीगढ़ पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। जो आरोपी पकड़ा था उसे भी गलत पकडऩे के आरोप पुलिस पर लगे थे।


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