सरकारी स्कूलों से क्रिकेट आऊट!

Monday, Aug 06, 2018 - 01:19 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित इंटर स्कूल अंडर-14 क्रिकेट प्रतियोगिता में शहर के सरकारी स्कूलों में से सिर्फ 1 टीम ने ही भाग लिया है। सरकारी स्कूलों के पास खिलाडिय़ों को किट मुहैया करवाने के लिए फंड ही नहीं हैं। 

ऐसे में सरकार व प्रशासन की ओर से ग्रास रूट पर खेलों को प्रमोट करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। यही नहीं शहर के करीब  5 ऐसे सरकारी स्कूल हैं जहां पर क्रिकेट के मैदान भी हैं। लेकिन हैरानी यह है कि इन पांचों स्कूलों की टीमें भी अंडर-14 क्रिकेट चैपिंयनशिप में भाग नहीं ले सकी।

मैदान होने के बावजूद नहीं लिया हिस्सा :
प्रशासन की ओर से कई स्कूलों में लाखों रुपए खर्च कर क्रिकेट मैदान बनाए गए हैं। इन स्कूलों में क्रिकेट अकादमियां चलने के बावजूद यहां की टीमों ने चैंपियनशिप में भाग नहीं लिया। विभाग की ओर से जी.एम.एस.एस.एस.-35 में 2012 में लाखों रुपए खर्च कर विदेशी घास लगाकर मैदान तैयार किया था, लेकिन सही रखरखाव न होने के कारण मैदान का बुरा हाल है। 

यही नहीं जी.एम.एस.एस.एस.-32 में खेल विभाग का कोचिंग सैंटर भी चल रहा है। इसके अलावा जी.एम.एस.एस.एस.-26, जी.एम.एस.एस.एस.-40 और जी.एम.एच.एस-19 के अपने खेल मैदान हैं। विदित रहे कि 2010 में पी.टी.ए. फंड बंद होनेे के बाद से शहर के स्कूलों के मैदानों की मैंटेनेंस व खिलाडिय़ों को सुविधाएं मुहैया करवाने का सिलसिला बंद हो गया।

29 टीमों के आए थे आवेदन, जिसमें 28 निजी स्कूलों के :
शहर में कुल 115 सरकारी स्कूल हैं, लेकिन इन सभी स्कूलों के खिलाड़ी हर खेल में भाग नहीं लेते हैं। जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामैंट में 29 टीमों के आवेदन आए थे। जिसमें से 28 आवेदन शहर के निजी स्कूलों से आए हैं। 

यही नहीं इनमें से कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर मैदान भी नही हैं, लेकिन इसके बाद भी खिलाडिय़ों ने भाग लिया।  जो एक सरकारी स्कूल की टीम टूर्नामैंट में खेल रही है। वह जी.एम.एच.एस.विकास नगर का है। यहां खिलाडिय़ों ने खुद ही क्रिकेट किट की व्यवस्था की थी।


 

Priyanka rana

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