नगर निगम की बैठक में आप पार्षदों ने किया हंगामा,की नारेबाजी
Monday, Jan 24, 2022 - 04:57 PM (IST)
चंडीगढ़, (राय):नगर निगम की सोमवार को हुई वर्ष की पहली ही बैठक में आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सदन में जमकर हंगामा किया और उन्होंने मेयर सरबजीत को मेयर मानने से इंकार करते हुए उनके विरुद्ध सदन में नारेबाजी की। बैठक में मेयर सरबजीत कौर ने जैसे ही सदन की प्रक्रिया शुरू करने की बात की तो आप पार्टी के 14 पार्षदों व कांग्रेस पार्षदों ने यह कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि सरबजीत कौर पार्षदों के बीच में आकर बैठ जाएं। उनका कहना था कि मेयर चुनाव को लेकर याचिका हाईकोर्ट में है, इसलिए वे सरबजीत कौर को मेयर नहीं मानते। निगम की बैठक में हंगामा जारी रहने के बाद मेयर सदन से बाहर चली गई। सीनियर डिप्टी मेयर दलीप शर्मा ने इसके बाद हाउस की कमान संभाली। हंगामा कर रहे पार्षदों ने कमिश्नर आनंदिता मित्रा की भी नहीं सुनी। मामला शांत न होते देख सदन में मार्शलों और पुलिस को बुलाकर बैठक में धरना दे रहे पार्षदों को जबरदस्ती उठा उठाकर बाहर निकाला गया। इसके बाद दिलीप ने निगम सचिव से कहा की वे एजैंडे शुरू करवाएं। सचिव ने एजैंडा पढ़कर सुनाया और कहा की जो पार्षद इसके हक में हैं वे अपना हाथ ऊपर उठा कर इसे पारित करवाएं। इस पर भाजपा के पार्षदों ने हाथ ऊपर उठाकर सभी एजैंडे पारित करवाए।
आप पार्षदों ने ऐतराज जताया कहा हम मेयर को नहीं मानते
इससे पहले बैठक के शुरू होते ही जब निगम सचिव ने मेयर चुनाव संबंधी मिनट्स पारित करने की बात की तो आप पार्षदों ने इस पर ऐतराज जताते हुए कहा की हम मेयर को नहीं मानते। उन्होंने इस पर वोटिंग की मांग की। इस पर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुई पार्षद हरप्रीत कौर बबला ने कहा की यदि आप लोग मेयर को मेयर नहीं मानते तो निगम की वित एवं अनुबंध समित्ति के लिए अपने नाम क्यों भेजे थे। उन्होंने कहा की आप लोग इन्हें मेयर नहीं मानते तो समिति से नाम वापस लो। इस पर आप और भाजपा पार्षदों में बहस शरू हो गई और मामला गरमा गया। कमिश्नर ने कहा की इस मामले को स्टैंडिंग काऊंसिल के पास लीगल ओपिनियन के लिए भेजा जाएगा। भाजपा पार्षदों का कहना था की कोर्ट से भी उनके ही हक में फैसला आएगा इसलिए आप पार्षद वर्ष भर ऐसे ड्रामे के लिए तैयारी कर लें। आप पार्षद दमनप्रीत ने कहा की यदि मामला अदालत में विचाराधीन है तो उसे सदन में लाने की क्या जरूरत थी और जब सदन में लाया ही जा चुका है तो इस पर वोटिंग करवाई जाए। इस बात का कांग्रेसी पार्षदों ने भी आप का साथ दिया और कांग्रेसी पार्षद गुरबक्श रावत ने कहा की इस पर वोटिंग करवाई जाए।
हंगामा बढ़ता देख बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित
भाजपा पार्षद सौरभ जोशी ने कांग्रेसी पार्षदों के ऐतराज जताने को लेकर कहा की जो पार्षद उस मीटिंग में नहीं आए थे आज वो भी इसका विरोध कर रहे हैं। इस पर कांग्रेसी पार्षद सचिन गलिब ने कहा यदि उस दिन कांग्रेसी भी सदन में होते तो आज मेयर भाजपा का न होता और सरबजीत मेयर की कुर्सी पर नहीं बैठी होती। हंगामा होते देख मेयर सरबजीत ने सचिव से अगले एजैंडे की प्रक्रिया शरू करने की बात कही जिस पर आम आदमी पार्टी के पार्षद मेयर की कुर्सी के सामने आ गए और वोटिंग की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। हंगामा बढ़ता देख बैठक पंद्रह मिन्ट्स के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेसी पार्षद मेयर के सामने धरने पर बैठे
टी ब्रेक के बाद जब बैठक शरू हुई तो गुरबक्श रावत ने कहा की एजैंडा एक का तीसरा भाग किस आधार पर पारित कर दिया गया इसका जवाब दिया जाए। मेयर ने कहा की आप उस दिन बैठक में मौजूद नहीं थी इसलिए इस पर बोल नहीं सकतीं तो गुरबक्श सहित अन्य कांग्रेसी पार्षद मेयर पर भड़क गए कि उन्हें बोलने से कैसे रोका जा सकता है। इसके बाद कांग्रेसी पार्षद मेयर के सामने जाकर धरने पर बैठ गए। इसके बाद आप पार्षद भी इसमें शामिल हो गए और मेयर के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। ये सभी पार्षद धक्केशाही नहीं चलेगी और गुंडा गर्दी नहीं चलेगी की नारेबाजी करने लगे। पार्षदों का आरोप था की मेयर पार्षदों को बोलने से कैसे रोक सकती हंै। हंगामा बढ़ता देख मेयर बैठक से चलीं गई और सीनियर डिप्टी मेयर दिलीप ने उनकी जगह सदन की करवाई आगे बढ़ाई। दिलीप ने प्रदर्शन कर रहे पार्षदों से कहा की आप लोगों को शहर की जनता ने शहर के विकास के लिए चुनकर भेजा है लेकिन आप लोगों ने तो यहां सब्जी मंडी बना दी है। दिलीप ने निगम सचिव से वित एवं अनुबंध समिति के चुनाव की घोषणा करने की बात कही। इधर सचिव समिति के निर्विरोध चुनाव की घोषणा करते हुए समिति के सदस्यों के नामों को बोल रहे थे उधर आप पार्षद नारेबाजी करने में लगे हुए थे।
डड्डूमाजरा गार्बेज प्रोसैसिंग प्लांट का एजैंडा बहुत महत्वपूर्ण
इसके बाद दिलीप ने पार्षदों से कहा की डड्डूमाजरा गार्बेज प्रोसैसिंग प्लांट का एजैंडा बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए इस एजैंडे को पारित करवाने में सभी गंभीरता दिखाएं लेकिन विरोध कर रहे पार्षद अपनी बात पर अड़े रहे और प्रदर्शन जारी रखा। कमिश्नर ने भी पार्षदों से आग्रह किया की एजैंडा इम्पोर्टेट है इस पर ध्यान दें लेकिन कोई पार्षद नहीं मना। जिस पर दिलीप ने सदन में मार्शल्स और पुलिस को बुलवाकर प्रदर्शन कर रहे पार्षदों को सदन से बाहर निकालने के निर्देश दिए। मार्शलों और पुलिस ने पार्षदों को उठा उठाकर जबरदस्ती सदन से बाहर किया। जब पार्षदों को जबरन बाहर किया जाने लगा तो कुछ पार्षद धरने पर बैठ गए। कमिश्नर ने प्लांट संबंधी एजैंडा विस्तार से मौजूद पार्षदों को बताया जिसके बाद वोटिंग करने को कहा गया।
बैठक में उपस्थित सभी भाजपा पार्षदों ने हाथ खड़े कर अपनी सहमति जताई जिससे एजैंडे को पारित कर दिया गया। इसके बाद अन्य एजैंडे भी हाथ खड़े कर वोटिंग के जरिये पारित करवाए गए। अंत मेंं एजैंडा नंबर-6 जिसमें गंदे पानी में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए वेतन के साथ खतरा भत्ता के भुगतान करने का एजैंडा लाया गया तो इस पर आप पार्षद जो वापस सदन में आ चुके थे, ने भी अपने अपने हाथ खड़े कर इस एजैंडे को पारित करवाया।