नगर निगम के पास नहीं फंड, फिर भी पार्षद और मेयर पर टूर का फितूर

Sunday, Jan 14, 2018 - 05:17 PM (IST)

चंडीगढ़ : नगर निगम जहां खजाना खाली होने की दुहाई देकर केंद्र सरकार से अतिरिक्त फंड मांग रहा है, वहीं नए मेयर स्टडी टूर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।  साल 2004 से 2017 तक पार्षदों के स्टडी टूर पर डेढ़ करोड़ से ज्यादा बर्बाद हो चुके हैं। इसका शहर का कोई फायदा भी नहीं मिला। पिछले साल तीन स्टडी टूर गए, लेकिन फायदा कुछ नहीं मिला।  

पिछले सभी स्टडी टूर की रिपोर्ट भी बनी। सदन में चर्चा भी हुई, लेकिन स्टडी टूर की रिपोर्ट लागू नहीं हुई। पिछले साल पूर्व मेयर आशा जसवाल के कार्यकाल में पार्षदों के तीन स्टडी टूर हुए। इनमें विशाखापट्टनम, मुंबई और पूणे का टूर शामिल है। अभी तक शहर से जितने भी स्टडी टूर गए हैं, उनका एक पैसे का फायदा नहीं मिला है। इस समय नगर निगम की वित्तीय हालत खस्ता है। हर साल लाखों रुपये का बजट टूर के लिए रखा जाता है।

टूर में तबीयत खराब होने से पार्षद की हो चुकी है मौत
साल 2014 में पार्षद चेन्नई, कोलकता और पोर्ट ब्लेयर के स्टडी टूर पर गए थे। इस टूर में उस समय अकाली पार्षद मलकीयत सिंह की तबीयत खराब होने से मौत भी हो गई थी, लेकिन उस टूर में अध्ययन किए गए काम का कोई फायदा अभी तक शहर को नहीं मिला। इसविवादित स्टडी टूर के लिए जिन 13 पार्षदों से 9-9 हजार रुपये की रिकवरी भी ली गई थी।

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