पार्षदों को मिलेंगे लैपटॉप-पैंशन

Thursday, Sep 06, 2018 - 11:57 AM (IST)

मोहाली(नियामियां): मोहाली नगर निगम की बुधवार को हुई मीटिंग में 13.44 करोड़ रुपए के विकास कार्यों पर मोहर लग गई। मीटिंग में शामिल दो प्रस्ताव को छोड़ कर बाकी सभी प्रस्ताव सर्व-सम्मति से पास कर दिए गए। पार्षदों को लैपटॉप देने और पैंशन लागू करने का प्रस्ताव भी सर्व-सम्मति से पास कर दिया गया। इसके अलावा लावारिस पशुओं को काबू करने का ठेका प्राइवेट ठेकेदार को सौंपने का फैसला भी किया गया।

मीटिंग से पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, स्व. बलरामजी दास टंडन, पार्षद हरपाल चन्ना की माता और पार्षद सिद्धू की पत्नी के देहांत पर दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विकास कार्यों के प्रस्ताव मीटिंग में आए तो हरमनप्रीत सिंह प्रिंस, आर. पी. शर्मा, जसप्रीत कौर, कुलदीप कौर कंग आदि पार्षदों  ने अपने-अपने वार्डों की मार्कीटों के विकास कार्यों के प्रस्ताव डालने की मांग की। मेयर ने सहमति दी कि आगे वाली मीटिंग में यह प्रस्ताव लाए जाएंगे। 
 

पालतू पशु और आवारा कुत्तों का मुद्दा रहा अहम
मीटिंग का अहम मुद्दा शहर में घूमते लावारिस, पालतू पशु और आवारा कुत्तों का रहा। प्रस्ताव पास किया गया कि इन पशुओं को काबू करने का ठेका प्राइवेट ठेकेदार को सौंपा जाए। साथ ही पशुओं को फिर छोडऩे का जुर्माना 5,000 से बढ़ाकर 20,000 रुपए और चारे की रकम 100 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए प्रति पशु रोजाना करने का प्रस्ताव पास किया गया। साथ ही यह कहा गया कि पकड़े गए पशुओं की समय सीमा निर्धारित किया जाएगा। अगर संबंधित मालिक उस समय दौरान पशु छुड़वाने नहीं आता तो निगम पशुओं की नीलामी कर सकेगी। पार्षद हरपाल सिंह चन्ना ने गंभीरता से लावारिस पशुओं का मुद्दा हाऊस में उठाया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की कुछ समय पहले आवारा पशुओं के कारण मौत हो चुकी है जिसका मुआवजा 1 करोड़ रुपए निगम पर पड़ चुका है और हाल ही में एक और व्यक्ति की मौत हो चुकी है जिसका मुआवजा भी निगम को अदा करना होगा। 


पशु खुला छोडऩे वालों पर दर्ज होगा केस
बोबी कम्बोज ने कहा कि कुल 40 के करीब लोगों ने बड़ी संख्या में पशु रखे हैं जिनसे शहर के लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में इस मुद्दे का पक्का हल निकाला जाए। मेयर कुलवंत सिंह ने कहा कि भविष्य में पशुओं को खुला छोडऩे वाले पशु पालकों के खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज करवाए जाएंगे। पार्षद रजिंदरपाल शर्मा और कुलजीत सिंह बेदी ने सीवरेज की सफाई की मांग की। मेयर ने बताया कि फेज-1 से लेकर 11 फेज तक जो शहर की एकमात्र बड़ी मुख्य सीवरेज लाइन डाली है, वह या तो भर चुकी है या खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि निगम की तरफ से बाकायदा इस संबंधित केंद्र सरकार योजना के अंतर्गत 60 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पास करके सरकार को भेजा था पर कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पहली सीवरेज लाइन के बराबर एक और सीवरेज लाइन डाली जानी है, जिससे एक-दो साल तक पहली सीवरेज लाइन बंद होने तक दूसरी लाइन प्रयोग की जा सके। मेयर ने कहा कि ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि अगर पहली लाइन में कोई समस्या आ जाती है तो पूरा शहर सीवरेज के पानी में डूब जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से यह योजना पहले रोक ली थी पर अब इसे फिर चालू करने का प्रस्ताव पास किया है। 

bhavita joshi

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