पहली बार नेता भी बन गए मनोनीत पार्षद, 9 पार्षदों में 7 भाजपा से जुड़े लोग
punjabkesari.in Friday, Dec 30, 2016 - 07:31 AM (IST)

चंडीगढ़(अधिकारी) : नगर निगम की 26 निर्वाचन सीटों पर चुनाव के बाद चंडीगढ़ के प्रशासक ने वीरवार को नौ मनोनीत पार्षदों की सूची जारी कर दी। इस सूची ने सबको चौंका दिया है, क्योंकि इस बार के नगर निगम चुनाव में रिकार्ड तोड़ जीत के बाद भाजपा ने मनोनीत पार्षदों के चयन में भी पुरानी परिपाटी तोड़ दी है। नौ नवमनोनीत पार्षदों की सूची में 7 नाम भाजपा से जुड़े लोगों के हैं। इनमें पांच लोग तो भाजपा के सक्रिय नेता हैं। यहां तक कि चंडीगढ़ की पहली मेयर रहीं कमला शर्मा को भी अब पार्षद मनोनीत कर दिया गया है। इनके अलावा एक भाजपा महिला मोर्चा पदाधिकारी की बेटी हैं तो एक अन्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) में सक्रिय हैं। हर पांच साल बाद होने वाले नगर निगम चुनाव में पार्षदों के निर्वाचन के बाद 9 पार्षद मनोनीत किए जाने का प्रावधान है।
हालांकि यह मनोनयन प्रशासक के अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन केंद्र की सत्ता में रहने वाली पार्टी के प्रमुख नेताओं की सिफारिश इसमें चलती रही है। पिछले 15 साल से कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व अपनी पसंद के लोगों को पार्षद मनोनीत करवाता रहा तो अब जब केंद्र में भाजपा का शासन है, चंडीगढ़ में भी सांसद भाजपा का है और नगर निगम सदन में भी भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है तो पार्टी के स्थानीय नेतृत्व की सिफारिश का ही नतीजा है कि नौ मनोनीत पार्षदों में 7 नाम ऐसे हैं, जो भाजपा से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े रहे हैं।
हालांकि पार्षदों के मनोनयन में यह परिपाटी रही है कि सभी नौ सीटों पर अलग-अलग क्षेत्रों के गैरराजनीतिक लोगों को मनोनीत किया जाए। यह बात अलग है कि कई मनोनीत पार्षद अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद किसी राजनीतिक दल में सक्रिय हो गए लेकिन पहली बार पहले से ही राजनीतिक दल से जुड़े लोगों को पार्षद मनोनीत करवाकर भाजपा ने इस परिपाटी को तोड़ दिया है। अब भाजपा के विरोधी इस पर आपत्ति जता रहे हैं।
चिरंजीव सिंह :
चिरंजीव सिंह चंडीगढ़ व्यापार मंडल के चेयरमैन हैं। इससे पहले वह दो बार व्यापार मंडल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और प्रशासक की सलाहकार समिति में भी सदस्य रहे हैं। मनोनीत पार्षद के रूप में उनका चयन व्यापारी वर्ग से बताया जा रहा है लेकिन वह व्यापार मंडल में भाजपा समर्थित सदस्यों के गुट का नेतृत्व करते रहे हैं और पिछले दस साल से ज्यादा समय से चंडीगढ़ व्यापार मंडल पर उनके गुट का कब्जा है। माना जा रहा है कि भाजपा ने पार्षद मनोनीत कर उन्हें इसका पुरस्कार दिया है।
मार्कीट्स की ब्यूटीफिकेशन पर फोकस : चरणजीव
मैं व्यापारियों का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं तो मेरा मुख्य फोकस उनकी समस्याओं को दूर करना होगा। मार्कीट्स की ब्यूटीफिकेशन के जरिए ग्राहकों को बेहतर सुविधांए दी जाएगी। बिल्डिंग बायलॉज और नीड बेस्ड चेंजिस पर भी सुझाव दूंगा।
अजय दत्ता :
अजय दत्ता मुख्य रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) से जुड़े रहे हैं। वह भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महासचिव हैं और चंडीगढ़ के सैक्टर-24 स्थित इंदिरा हॉलीडे होम में चलने वाली भारत विकास परिषद की चैरिटेबल लैबोरेटरी के निदेशक हैं। माना जा रहा है कि अजय दत्ता को भाजपा ने आर.एस.एस. के कोटे से लेकर पार्षद मनोनीत करवाकर उन्हें उनकी सामाजिक सेवाओं का पुरस्कार दिया है।
खर्च कम और बेहतर सुविधा : अजय दत्ता
शहर स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में यहां की हैल्थ सर्विसिज में भी सुधार होना चाहिए। मकसद यही रहेगा कि लोगों को कम खर्च पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं।
सचिन लोहटिया
सचिन लोहटिया भाजपा से जुड़े पुराने नेता हैं। वह इन दिनों चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा के सचिव हैं। सचिन लोहटिया ने एक बार पार्षद पद का चुनाव भी लड़ा था लेकिन तब वह हार गए थे। पार्टी ने उन्हें इस बार चुनाव में टिकट नहीं दिया था। वह पूर्व सांसद सत्यपाल जैन के करीबी माने जाते हैं। समझा जाता है कि जैन की सिफारिश पर ही उन्हें पार्षद मनोनीत किया गया है।
हर बच्चे के लिए एजुकेशन जरूरी : सचिन शहर का हरेक बच्चा स्कूल जाए इसके लिए प्रशासन और नगर निगम को काफी काम करना होगा। पूरी प्लानिंग के साथ अपने सुझाव अधिकारियों के सामने रखूंगा।
डॉ. ज्योत्सना विग :
डॉ. ज्योत्सना विग का नाम पी.जी.आई. चंडीगढ़ की सीनियर डॉक्टरों में गिना जाता है। वह एनेस्थीसिया डिपार्टमैंट में थीं और पी.जी.आई. से ही रिटायर हुई हैं। उन्हें चिकित्सा क्षेत्र से पार्षद मनोनीत किया गया है। इस बार के मनोनीत पार्षदों की सूची में डॉ. ज्योत्सना विग पहली गैरराजनीतिक चेहरा हैं।
घर के पास मिले स्वास्थ्य सुविधांए : डा. ज्योत्सना
शहर में स्वास्थ्य सुविधाएं इतनी परफेक्ट होनी चाहिए कि कोई भी व्यक्ति इलाज के लिए हॉस्पिटल और डिस्पैंसरी के बार-बार चक्कर न लगाए। अगर किसी को मैडीकल एमरजैंसी है तो उसे घर के पास में यह सुविधा मिल सके।
हाजी मोहम्मद खुर्शीद अली :
हाजी मोहम्मद खुर्शीद अली भाजपा में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। वह इन दिनों भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं और चंडीगढ़ में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को भाजपा से जोडऩे में उनका बड़ा योगदान रहा है। भाजपा ने उन्हें पार्षद मनोनीत करवाकर इसी का पुरस्कार दिया है।
हर तबके का रखा जाएगा ख्याल : अली
शहर में दक्षिणी और उत्तरी एरिया के फर्क को हटाना होगा। खासकर स्लम एरिया में रहने वाले लोगों की लाइफ को अपग्रेड करना होगा। माइनोरिटी के लिए हज का कोटा बढ़ाने की कोशिश रहेगी।
शिप्रा बंसल :
शिप्रा बंसल मनोनीत पार्षदों में सबसे बड़ा चौंकाने वाला नाम है। शिप्रा बंसल भाजपा महिला मोर्चा की चंडीगढ़ प्रदेश महासचिव शबीना बंसल की बेटी हैं। वह आई.टी. प्रोफैशनल हैं और एन.जी.ओ. भी चलाती हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें इस क्षेत्र के नाते पार्षद मनोनीत किया गया है लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें इस क्षेत्र से ज्यादा परिवार के भाजपा से जुड़े होने का लाभ मिला है।
परेशानियों का हल निकालना होगा : शिप्रा शहर में बेहतर शिक्षण संस्थान है। मगर वहां पढ़ रहे स्टूडैंट्स की परेशानियों के बारे में किसी का ध्यान नहीं जाता है। प्रशासन और निगम के साथ मिलकर इसी पर काम करूंगी।
सतप्रकाश अग्रवाल :
सतप्रकाश अग्रवाल पिछले साल ही भाजपा में शामिल हुए थे। इससे पहले वह कांग्रेस में थे और कांग्रेस की टिकट पर ही नगर निगम चुनाव में पार्षद निर्वाचित हुए थे। कांग्रेस ने उन्हें मेयर नहीं बनाया, इसलिए वह नाराज होकर भाजपा में आ गए थे। अब भाजपा ने उन्हें पार्षद मनोनीत करवाकर इसका पुरस्कार दिया है।
हर एरिया पर रहेगी नजर : अग्रवाल
पार्षद रह चुका हूं तो लोगों की मूलभूत सुविधाओं से वाकिफ हूं। आने वाले पांच वर्षों के दौरान अब पूरे शहर की ब्यूटीफिकेशन और अपग्रेडेशन के लिए काम करूंगा।
कमला शर्मा :
कमला शर्मा भी मनोनीत पार्षदों की सूची में चौंकाने वाला नाम है। कमला शर्मा चंडीगढ़ नगर निगम की पहली मेयर रह चुकी हैं और भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रही हैं। वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी रही हैं।
डिजिटाइजेशन बेहतर ऑप्शन : शर्मा
चंडीगढ़ को डिजिटाइजेशन की राह पर तो लाया गया है मगर अभी भी काफी काम होना बाकी है। लोगों को ऐसा माहौल दिया जाएगा, जहां बिना भ्रष्टाचार के उनके सारे काम चुटकियों में हो सकें।
मेजर जनरल (रिटा.) एम.एस. कौंडल
मेजर जनरल (रिटायर्ड) एम.एस. कौंडल मनोनीत पार्षदों की सूची में दूसरे गैरराजनीतिक चेहरा हैं। उन्हें पूर्व सैन्य अधिकारियों के कोटे से मनोनीत पार्षद बनाया गया है।
लीविंग स्टैंडर्ड बढ़ाना उद्देश्य : मेजर जनरल एम.एस. कंडल
चंडीगढ़ रहने के लिए एक बेहतरीन शहर है। इसलिए कोशिश यही रहेगी कि यहां रहने वाले लोगों का लीविंग स्टैंडर्ड बेहतर किया जाए।