पहले वाले कलैक्शन चार्जिस हों लागू तभी फॉसवैक निगम को देगा सहयोग

Monday, Oct 22, 2018 - 10:40 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): फैडरेशन ऑफ सैक्टर वैल्फेयर एसोसिएशन (फॉसवैक) ने कहा है कि वह गारबेज सेग्रीगेशन के लिए चंडीगढ़ नगर निगम को अपना पूरा सहयोग देंगे। लोगों को भी इसके प्रति प्रोत्साहित करेंगे, लेकिन वह अधिक गारबेज कलैक्शन चार्जिस चुकाने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले वाले स्मॉल हाऊसेज के लिए 50 और कनाल हाऊसेज के लिए 100 से 150 रुपए कलैक्शन चार्जेस ही रहने देने चाहिए और बढ़े हुए चार्जेस का वह विरोध करते हैं। 

 

फॉसवेक की रविवार को एक मीटिंग हुई, जिसमें मेयर देवेश मोदगिल द्वारा एसोसिएशन को लिखे गए लेटर पर चर्चा की गई। इसमें उन्होंने एसोसिएशन से अपील की थी कि शहर में गारबेज कलैक्शन से पहले तीन पार्ट्स में सेग्रीगेशन होना चाहिए। एसोसिएशन के महासचिव जे.एस. गोगिया ने प्रस्ताव को रखा।

 

चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि गारबेज सेग्रीगेशन को लेकर वह निगम को पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है, लेकिन वह कलैक्शन चार्जिस का विरोध करते हैं। पहले यह तय किया जाना चाहिए कि कलैक्शन चार्जिस पहले वाले ही किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गारबेज कलैक्टर्स भी पहले वाले रेट्स पर ही काम करने के लिए तैयार हैं। 

 

चेयरमैन बिट्टू ने कहा कि निगम कलैक्शन सिस्टम को ठेके पर देने पर भी विचार कर रहा है। इसके तहत रेट्स बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जोकि सही नहीं है। अगर इस सिस्टम से निगम संतुष्ट नहीं है तो उसे खुद ही कलैक्शन करना चाहिए या फिर इसका टैंडर राष्ट्रीय स्तर पर किया जाना चाहिए। 

 

उन्होंने कहा कि निगम अगर प्रभावशाली तरीके से गारबेज कलैक्शन सिस्टम को लागू करना चाहता है तो उसे फॉसवैक को विश्वास में लेना होगा, क्योंकि अंत में लोगों ने ही इस सिस्टम को अपनाना है। अगर वह ही इससे संतुष्ट नहीं होंगे, तो ये कामयाब नहीं हो पाएगा।     

 

मनीमाजरा में कलैक्शन के साथ सैग्रीगेशन भी हो रहा नि:शुल्क
 एसोसिएशन के सदस्य गुरसेवक सिंह ने केस स्टडी भी पेश की। उन्होंने कहा कि मनीमाजरा में तीन हजार के करीब घर कम चार्जिस ही अदा कर रहे हैं, लेकिन फिर भी ये सिस्टम बेहतर चल रहा है। वहां कलैक्शन के बाद सेग्रीगेशन भी नि:शुल्क किया जा रहा है। 

 

इससे उलटा बेचने योग्य चीजों से रेवन्यू भी निकलता है। इस सिस्टम को अन्य सैक्टरों में भी लागू किया जाना चाहिए। मनीमाजरा आर.डब्ल्यू.ए. से अग्रवाल ने कहा कि किसी भी फैसले से पहले निगम को वैल्फेयर एसोसिएशनों को विश्वास में लेना चाहिए। 

 

पहले ही लोगों पर अधिक बोझ 
चेयरमैन बिट्ट ने कहा कि मूलभूत सेवाओं के रेट्स जिस तरह से बढ़ाए जा रहे हैं, वह गलत है। प्रत्येक घर को अतिरिक्त 4 से 5 हजार रुपए प्रति महीने अदा करने पड़ते हैं। पार्किंग रेट्स पहले ही इतने गुना बढ़ा दिए गए हैं कि ये सुविधा की जगह लोगों के लिए बोझ बन गई।  

pooja verma

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