मेहंदी लगाने वालों ने नहीं माने निगम के आदेश

Thursday, Oct 17, 2019 - 12:24 PM (IST)

चंडीगढ़(राय) : करवाचौथ पर मेहंदी लगाने वालों की मार्कीट्स में बढ़ती भीड़ को देखकर नगर निगम ने इस बार शहर के 62 सामुदायिक केंद्रों में व्यवस्था की थी। लेकिन निगम के सामुदायिक केंद्रों में बैठने के लिए किसी ने भी 200 रुपए की पर्ची नहीं कटवाई। 

निगम ने गत दिन अनुमति के लिए आवेदन स्वीकार करने थे लेकिन एक भी आवेदन न मिलने से आज निगम सतर्क हो गया। देर शाम सैक्टर-22, 19, 15 आदि अन्य सैक्टरों में निगम की इन्फोर्समैंट टीम के लोग मेहंदी वालों की मौके पर पर्चियां काटकर उन्हें सामुदायिक केंद्रों में भेज रहे थे। 

वहीं जो पर्ची नहीं कटा रहे थे उन्हें मार्कीटों से उठाया जा रहा था। निगम ने केंद्रों की पार्किंग और परिसर के अंदर ओपन एरिया में 20 स्क्वायर फीट की जगह मेहंदी लगाने वालों को देने के लिए निर्धारित की थी। छोटे सामुदायिक केंद्र में अधिकतम 100 और बड़े केंद्र में अधिकतम 200 लोगों को स्टॉल लगाने की अनुमति दी जानी थी। 

हाईकोर्ट के निर्देशानुसार वैंडरों को मार्कीटों में बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हालांकि सामुदायिक केंद्र सैक्टर के बीचोबीच हैं फिर भी मेहंदी लगाने मार्कीटों के गलियारों में बैठने वालों को वह स्थान उचित नहीं लगे।

बगैर पर्ची कटवाए ही मार्कीट्स में किया कब्जा :
निगम को उम्मीद थी कि इस बार मेहंदी लगाने वालों की पॢचयां काटने से उन्हें राजस्व मिलेगा। सूत्रों के अनुसार देर शाम तो इन्फोर्समैंट स्टाफ ने स्वयं को बचाने के लिए मार्कीअ्स से मेहंदी लगाने वालों को उठा-उठाकर बिना पर्ची काटे ही सामुदायिक केंद्रों में भेजना शुरू कर दिया था। करवाचौथ के त्यौहार के चलते आज शहर की मार्कीटों में रौनक रही। 

सैक्टर-15 की मार्कीट में सामान खरीदने वाली महिलाओं के सामने जब मेहंदी वालों को उठाया गया तो उन्हें यह सोच कर बुरा लगा कि पुरानी परंपरा को तोड़ जा रहा है। उनका कहना था कि वह हमेशा देर शाम मार्कीटों में आकर मेहंदी लगवाती हैं पर अब सामुदायिक केंद्र का तो रास्ता भी पूछना पड़ेगा। शहर की मुख्य मार्कीटों में तो निगम का अभियान कुछ देर चला पर अन्य मार्कीटों में मेहंदी लगाने वाले पहले की भांति ही अपना काम कर रहे थे।

Priyanka rana

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