निगम को हर माह लग रहा 18 लाख का फटका

punjabkesari.in Thursday, May 10, 2018 - 11:55 AM (IST)

पंचकूला (मुकेश): पंचकूला नगर निगम के अफसर एक बार फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण के नाम पर नगर निगम द्वारा किराए पर ली गई 25 टैक्सियों का मामला है। 

 

नगर निगम के वार्ड नंबर 13 से पार्षद रविकांत स्वामी ने नगर निगम के कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर सवाल उठाया है कि आखिर अफसरों को ऐसी क्या जरूरत पड़ गई थी कि स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम को लाने व लेजाने के लिए 25 टैक्सियों को किराए पर लेना पड़ा, यही नहीं एक टैक्सी का नगर निगम करीब 

 

75 हजार रुपए महीने यानी 25 टैक्सियों का करीब 18 लाख रुपए पति माह टैक्सियों का किराया अदा कर रहा है। यह पब्लिक मनी की बर्बादी नहीं तो और क्या है? पंजाब केसरी के पास उस चिट्ठी की कॉपी मौजूद है। 

 

पार्षद का आरोप: निगम में बड़े पैमाने पर हो रही घपलेबाजी
निगम कमिश्नर को पार्षद रविकांत स्वामी ने लिखा है कि अगर निगम निगम  मोटरसाइकिल भी 40 हजार रुपए का खरीदता है तो उसे हाऊस में पास करवाकर ही खरीदता है, फिर 18 लाख रुपए महीने का खर्च का निर्णय स्वयं किस अधिकारी की मर्जी से लिया गया? 

 

इतने महंगे रेट पर गाडिय़ां किराए पर क्यों ली गई जबकि 6-6 लाख कीमत की गाडिय़ां एक महीने के किराए पर नगर निगम अपनी खुद की तीन गाडिय़ां हर महीने खरीद सकता था, जो कि नगर निगम की मलकियत होती। निगम में इस समय बड़े पैमाने पर घपलेबाजी चल रही है।

 

निगम अधिकारियों पर आरोप: नहीं छोड़ रहे लूटने का कोई मौका
नगर निगम में ऐसा लग रहा है जैसे कोई वाली वारिस ही नहीं है और निगम के अधिकारियों द्वारा कोई भी मौका निगम को लूटने का नहीं छोड़ा जा रहा। ऐसा लग रहा है कि सरकार ने अधिकारियों को खुली छूट दे रखी है। 

 

हरियाणा सरकार का यह नारा भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का मतलब क्या यही है? नगर निगम के अधिकारी महंगे रेटों पर कोटेशन बेस पर काम करवाए जा रहे हैं। नगर निगम के अधीन जो भी काम करवाए जा रहे हैं उनका एजैंडा हाऊस में पास करवाने के बाद ही टैंडर आमंत्रित कर ठेकेदार को काम दिया जाए। 


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